बसें बंद होने से परेशानी झेलने को मजबूर ग्रामीण
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली: नरेला क्षेत्र के कई गांवों में जहां पहले डीटीसी की बस चला
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली: नरेला क्षेत्र के कई गांवों में जहां पहले डीटीसी की बस चला करती थीं, वहां इस परिवहन सेवा के बंद हो जाने के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जिनमें तिगीपुर गांव, झंगोला गांव, सुंगरपुर आदि गांव आतें हैं। तिगीपुर गांव से रूट नंबर 147 की बस फतेहपुरी तक जाती थी। झंगोला गांव से रूट नंबर 129 की बस पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन तक जाती थी। सुंगरपुर गांव से रूट नंबर 162 की बस मोरी गेट तक जाती थी। इन्हीं गांव के लोगों के मुताबिक यह तीनों बस पिछले दो साल से बंद पड़ी हैं। इधर के आसपास के कई गांव के छात्र-छात्राएं जो की विश्वविद्यालय तक 162 नंबर बस से जाते थे, लेकिन बस बंद होने से दिक्कतें झेलने को मजबूर हैं। 147 और 129 नंबर बस से सुबह-सुबह सरकारी नौकरी पेशा के लोग व धीरपुर आइटीआइ जाने वाले विद्यार्थी भी जाते थे, बस बंद होने से अब उन लोगों को बख्तावरपुर तक करीब दो किलोमीटर तक चलकर जाना पड़ता है।
बख्तावरपुर रोड पर दोनों तरफ गाड़ियां खड़ी होने के कारण डीटीसी बसों को निकलने में काफी समस्या होती थी। तो डीटीसी विभाग के अधिकारियों ने सर्वे करके इस रास्ते को डीटीसी बसों के लिये उपयुक्त मार्ग ना पाते हुए बसों को बंद करवा दिया। जिससे दिक्कतें हम लोगों को ही झेलनी पड़ रही है।
- भूले राम, स्थानीय निवासी
संबंधित विभाग को शिकायत करने पर हर बार उनकी तरफ से यही जवाब आता है कि वहां पहले स्टैंडर्ड फ्लोर की बस चलती थी, लेकिन वह बसें स्कर्व हो जाने के कारण उन रूटों को बंद कर दिया गया है। जब तक नयी बसें नहीं आती तब तक हालात ऐसे ही बने रहेंगे।
- चरण ¨सह, स्थानीय निवासी