Delhi Signature Bridge: कुतुब मीनार से दोगुनी ऊंचाई से दिल्ली दीदार का सपना रह न जाए अधूरा, जानें कहां फंसा है पेंच?
Delhi Signature Bridge सिग्नेचर ब्रिज का मुख्य पिलर कुतुबमीनार से भी दोगुना यानी 154 मीटर ऊंचा है। पिलर के ऊपरी भाग में कांच की व्यू गैलरी बनाई गई है। इसकी क्षमता 60 व्यक्तियों के खड़े होने की है। जहां से पर्यटकों को दिल्ली दर्शन कराने की सरकार की योजना है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। यमुना पर वजीराबाद में तैयार हो चुके सिग्नेचर ब्रिज के मुख्य पिलर के ऊपर 154 मीटर ऊंचाई पर बनी व्यू गैलरी से पर्यटकों का दिल्ली देखने का ख्वाब अधूरा रह सकता है। ब्रिज पर व्यू गैलरी तक ले जाने वाली चारों लिफ्ट को श्रम विभाग ने अनुमति देने से एक बार फिर इन्कार कर दिया है। श्रम विभाग की इलेक्टि्रकल ब्रांच ने कहा है कि लिफ्ट टेढ़ी चलने के कारण इन्हें अनुमति नहीं दी जा सकती है। क्योंकि कानून में इस तरह की लिफ्ट को अनुमति देने का प्रविधान नहीं है। एलिवेटर एंड लिफ्ट कानून के नियमों के अनुसार नीचे से ऊपर सीधे जाने वाली लिफ्ट को ही अनुमति देने का प्रविधान है।
पिछले साल भी किया था इन्कार
श्रम विभाग इन लिफ्ट को अनुमति देने के लिए पिछले साल ही इन्कार कर चुका था। मगर सिग्नेचर ब्रिज बनाने वाले दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) ने उसके बाद इस साल के शुरू में फिर से अनुमति के लिए पुन:विचार करने के अनुरोध के साथ पत्र श्रम विभाग के पास भेजा था।
डीटीटीडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि इस बारे में अभी प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से लिफ्ट सुरक्षित हैं और पर्यटकों को व्यू गैलरी तक ले जाने और उन्हें वापस लाने की क्षमता रखती हैं।
कुतुबमीनार से ऊंचा है सिग्नेचर ब्रिज का मुख्य पिलर
सिग्नेचर ब्रिज का मुख्य पिलर कुतुबमीनार से भी दोगुना यानी 154 मीटर ऊंचा है। पिलर के ऊपरी भाग में कांच की व्यू गैलरी बनाई गई है। इसकी क्षमता 60 व्यक्तियों के खड़े होने की है। जहां से पर्यटकों को दिल्ली दर्शन कराने की सरकार की योजना है। व्यू गैलरी में ले जाने के लिए पिलर के अंदर चार लिफ्ट लगाई गई हैं। जो टेढ़ी चलती हैं, मगर लिफ्ट में सवार लोगों को इस बात का अहसास नहीं होता है।
एक बार में जा सकते हैं चार लोग
एक लिफ्ट में चार लोग एक बार जा सकते हैं। एक लिफ्ट आधे रास्ते पर छोड़ेगी। इसके बाद दूसरी लिफ्ट बचे हुए रास्ते तक ले जाएगी। इसके ऊपर 60 फीट पैदल चलना होगा। इसमें करीब 80 सीढियां हैं। इसके बाद व्यू गैलरी में पहुंचा जा सकेगा। सिग्नेचर ब्रिज में जो लिफ्ट लगाई गई हैं, देश में यह पहला प्रयोग है। इसमें नीचे की तरफ वाली दो लिफ्ट 60 डिग्री और ऊपर वाली दो 80 डिग्री पर चलती हैं। दोनों लिफ्ट को मिलाकर 4 मिनट 80 सेकेंड में एक तरफ का रास्ता तय होता है। ब्रिज 4 नवंबर 2018 से जनता को समर्पित किया जा चुका है। ब्रिज पर रंगबिरंगी रोशनी का इंतजाम किया गया है। इसके पास कैफेटेरिया और जनसुविधा केंद्र बनाया गया है। जल्द इन्हें भी जनता को समर्पित किया जाएगा।