डॉक्टरों को नहीं मिला वेतन तो पूरी दिल्ली में दो घंटे की पेनडाउन हड़ताल
नगर निगम के अस्पतालों के डॉक्टरों को वेतन नहीं मिलने के मामले पर एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के तीन पूर्व अध्यक्षों डॉ. विजय गुर्जर डॉ. हरजीत सिंह भट्टी व डॉ. अमरिदर सिंह मल्ही ने ट्वीट कर राष्ट्रपति व सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप करने की मांग की है। डॉ. विजय गुर्जर ने कहा कि कोरोना की महामारी के बीच डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियों को वेतन नहीं देना देश के लिए शर्मनाक है। इससे कोरोना वॉरियर्स कहे जाने वाले डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों का हौंसला टूटेगा। इसलिए निगम के अस्पतालों के डॉक्टरों व कर्मचारियों को नियमित रूप से वेतन मिले इसके लिए स्थायी समाधान निकाला जाना चाहिए।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : उत्तरी निगम में वेतन के मुद्दे पर बाड़ा हिदूराव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) की भूख हड़ताल के समर्थन में मंगलवार को निगम के सभी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में भी हड़ताल रहेगी। वहीं, फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने भी प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी कर दिया है। फोर्डा ने स्पष्ट कहा है कि 24 घंटे में डॉक्टरों के वेतन के मुद्दे का समाधान नहीं हुआ तो मंगलवार से पूरी दिल्ली में दो घंटे की पेनडाउन हड़ताल रहेगी। हालांकि पेनडाउन के दो घंटे कौन से होंगे यह अभी नहीं बताया गया है।
फोर्डा के अध्यक्ष शिवाजी देव बर्मन ने कहा कि डॉक्टर अपनी जान की बाजी लगाकर कोरोना संकट में लोगों की सेवा कर रहे हैं। ऐसे में उनका वेतन न मिलना निदनीय है। उन्होंने कहा कि पेनडाउन हड़ताल में दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों के अलावा केंद्र सरकार के राममनोहर लोहिया, सफदरजंग भी शामिल होंगे।
उधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने भी डॉक्टरों को वेतन न मिलने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। आइएमए का कहना है कि निगम डॉक्टरों का वेतन तुरंत जारी करे। इससे देशभर में डॉक्टरों को लेकर सही संदेश नहीं जा रहा है। यह इस पेशे जुड़े लोगों को हतोत्साहित करने वाला है। काली पट्टी बांधकर दिया समर्थन
वेतन मुद्दे को लेकर हिदूराव अस्पताल के डॉक्टरों के प्रदर्शन और भूख हड़ताल को दूसरे अस्पतालों का भी समर्थन मिल रहा है। सोमवार को लोकनायक समेत दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर कार्य किया। उल्लेखनीय है कि हिदूराव के रेजिडेंट डॉक्टर पांच अक्टूबर से धरना-प्रदर्शन और बीते शुक्रवार से भूख हड़ताल पर हैं। एम्स आरडीए ने की राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग
वेतन मुद्दे पर एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के तीन पूर्व अध्यक्षों डॉ. विजय गुर्जर, डॉ. हरजीत सिंह भट्टी व डॉ. अमरिदर सिंह मल्ही ने ट्वीट कर राष्ट्रपति व सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप करने की मांग की है। डॉ. विजय गुर्जर ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियों को वेतन नहीं देना देश के लिए शर्मनाक है। इससे कोरोना योद्धा कहे जाने वाले डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला टूटेगा। निगम के अस्पतालों के डॉक्टरों व कर्मचारियों को नियमित रूप से वेतन मिले, इसके लिए स्थायी समाधान निकाला जाना चाहिए।