ओबीई-2 से पहले छात्रों को देना होगा स्वस्थ होने का प्रमाण
दिल्ली विश्वविद्यालय ने 14 सितंबर से होने वाली दूसरे चरण की ओपन बुक परीक्षा के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले छात्रों को स्व घोषित फॉर्म भरकर जमा करना होगा। उत्तर पुस्तिका भी ड्रॉप बाक्स में जमा होगी। थर्मो गन से शरीर का तापमान चेक करने के बाद ही छात्रों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
दिल्ली विश्वविद्यालय ने 14 सितंबर से होने वाले दूसरे चरण के ओपन बुक एक्जाम (ओबीई-2) के लिए दिशा-निर्देश जारी करते हुए बताया है कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले छात्रों को स्वस्थ होने का घोषणा पत्र जमा करना होगा।
घोषणा पत्र में छात्र को यह बताना होगा कि उसे बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, नाक बंद, शरीर में दर्द जैसे लक्षण नहीं हैं। साथ ही छात्रों को सलाह दी गई कि है कि वे किसी कोरोना संक्रमित या क्वारंटाइन किए गए किसी व्यक्ति के संपर्क में नहीं आएं हैं। इसके अलावा परीक्षा केंद्र के बाहर शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन करें।
प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक ड्रॉप बॉक्स होगा, जिसमें परीक्षार्थी उत्तर पुस्तिका जमा करेंगे। प्रत्येक परीक्षा के बाद बॉक्स को सैनिटाइज किया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर छात्रों का जमावड़ा नहीं हो इसके लिए डीयू केंद्र व परीक्षा हॉल की जानकारी रजिस्टर्ड ईमेल के जरिये साझा करेगा। छात्रों को उत्तर पुस्तिका साथ ही लानी होंगी।
15 मिनट पहले मिलेंगे प्रश्न पत्र
घर से बैठकर ओबीई परीक्षा देने वाले छात्रों को 15 मिनट पहले प्रश्न पत्र मिलेंगे। डीयू प्रशासन ने कहा है कि वैसे तो व्यवस्था के तहत उन्हें रजिस्टर्ड ईमेल पर प्रश्न पत्र भेजे जाएंगे। इसके अलावा छात्र प्रश्न पत्र डीयू के परीक्षा पोर्टल से भी डाउनलोड कर सकते हैं। प्रत्येक प्रश्न पत्र तय समय से 15 मिनट पहले अपलोड कर दिया जाएगा।
बॉक्स
ओबीई उत्तर पुस्तिका की ईमेल संभाल कर रखें छात्र : डीयू
ओबीई के पहले चरण में शामिल हुए बहुत से छात्रों ने शिकायत की थी कि उत्तर पुस्तिका अपलोड करने के बाद या ईमेल से भेजने के बाद उन्हें इसकी पुष्टि की सूचना नहीं मिली। इस तरह की शिकायत करने वाले छात्रों से डीयू प्रशासन ने कहा है कि वे उत्तर पुस्तिका भेजने वाले ईमेल को संभाल कर रखें। परीक्षा परिणाम आने के बाद जिन छात्रों के नतीजों में कोई दिक्कत होगी उन्हें 10 दिन के अंदर संबंधित उत्तर पुस्तिका विभागाध्यक्ष के जरिये ईमेल करनी होगी। उनकी उत्तर पुस्तिकाओं का दोबारा मूल्यांकन होगा। यही नहीं यदि किसी छात्र के आतंरिक मूल्यांकन में कोई कमी रह जाती है तो प्राचार्य परीक्षा विभाग में शिकायत दर्ज करा सकेंगे।
अंतिम वर्ष के छात्रों को मिलेगी प्रोविजनल डिग्री : डीयू प्रशासन ने कहा है कि 2017, 2018 व 2019 के अंतिम वर्ष के छात्रों को कोरोना काल में प्रोविजनल डिग्री प्रदान की जाएगी। छात्रों को निर्देश दिए गए हैं कि वे संबंधित विभाग से संपर्क करें और जरूरी सूचनाएं देकर प्रोविजनल डिग्री हासिल कर सकते हैं।