निकर पहन कर दिल्ली पुलिस ने लड़ी आजादी की जंग, समय के साथ बदला चोला
दिल्ली को यह बात सुनने में अटपटी लग सकती है कि दिल्ली पुलिस ने निकर पहन का आजादी की जंग में भाग लिया था। तब से अब तक दिल्ली पुलिस के ड्रेस और कार्यप्रणाली में काफी बदलाव आया है।
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । आज की नई पीढ़ी को यह सुनने में अटपटा लग सकता है कि छह दशक पूर्व स्मार्ट दिल्ली पुलिस के जवान हाफ नेकर में चहलकदमी करते थे। हर ट्रैफिक चौराहे पर हाफ पैंट पहनकर जवान मुस्तैद रहते थे। लेकिन वक्त के साथ उनकी वर्दी का रंग एवं ढंग बदल गया।
जी हां, अंग्रेजो के जमाने में हाफ पैंट पहनकर दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाली जाती थी। यातायात पुलिस के जवान भी हर चौराहे पर हाफ पैंट पहने नजर आते थे। दिल्ली पुलिस म्यूजियम में उस जमाने की यूनिफार्म के साथ ही उनके हर पहलू में आए बदलाव की झांकी दिखाती है।
वर्दी से होती थी अफसरों के काडर की पहचान
देश के स्वतंत्रा संग्राम के दौरान पुलिस की खाकी वर्दी का आकार निकर से शुरू हुआ। वर्दी के चोले से अफसराें एवं काडरों की पहचान होती थी। इतना ही नहीं विभिन्न कार्यक्रमों के लिए अलग-अलग ड्रेस कोड हुआ करता था। विभिन्न आयोजनों के लिए मेस ड्रेस, सेरेमनी ड्रेस, फील्ड ड्रेस, आर्म्स ड्रेस का रिवाज था।
1861 से 1902 तक कास्टेबल की वर्दी का रंग नीला हुआ करता था। थानेदार की वर्दी अलग होती थी। 1969 में खाकी वर्दी से निकर को हटा दिया गया। इसके स्थान पर फुट पैंट कर दिया गया।
वक्त के साथ बदलती रही पोशाक
म्यूजियम में संरक्षित रिकॉर्ड यह बताते हैं कि पुलिस की सबसे पहले की पोशाक मुगलकालीन थी। फिर अंग्रेजी हुकूमत में पुलिस की पोशाक का रंग रूप बदल गया। अंग्रेजों ने ही खाकी निकर और नीली शर्ट का फरमान जारी कर दिया था।
आज दिल्ली के हर चौराहे पर यातायात पुलिस की वर्दी नीली पैंट और सफेद शर्ट है। 1948 से 62 के बीच यातायात पुलिस की वर्दी पूरी तरह खाकी रंग की थी। ढीली निकर और ढीली शर्ट, पैरों में लंबे जुराब, सिर पर कैप पहननी पड़ती थी। लाल बत्ती का चलन कम था। लिहाजा चौराहों पर ट्रैफिक पुलिसवाले ही कमान संभालते थे।
साड़ी में लिपटी लेडी पुलिस
दिल्ली पुलिस में महिलाओं की भर्ती के बाद सबसे पहले इस पर जोरदार चर्चा हुई कि आखिर किस तरह की वर्दी रखी जाए। इसका मकसद था कि महिलाओं के लिए कौन सी वर्दी रखी जाए जो उनके लिए सुविधाजनक हो। उन्हें ड्यूटी करने में आसानी हो। अंत में फैसला लिया गया कि महिला पुलिस के लिए खाकी साड़ी और सफेद रंग का ब्लाउज, सिर पर खाकी टोपी पहनने को दी जाए।