दिल्ली जल बोर्ड बन रहा है पारदर्शी: राघव चड्ढा
सतर्कता जागरूकता सप्ताह के मौके पर दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि बोर्ड को सबसे सतर्क और पारदर्शी विभाग बनाया जएगा। शिकायत निवारण प्रणाली को अत्याधुनिक बनाने की प्रक्रिया चल रही है। यह एक क्रांतिकारी फैसला होगा जिसकी आधिकारिक घोषणा जल्द की जाएगी। दिल्ली जल बोर्ड शिकायत निवारण के मामले मे दूसरे विभागों के लिए मिसाल बन सकता है। सतर्कता जागरूकता सप्ताह के मौके पर उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारियों के नाम संदेश दिया। कहा कि मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल के मार्गदर्शन में दिल्ली के प्रत्येक नागरिक को 24 घंटे पानी पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : सतर्कता जागरूकता सप्ताह के मौके पर दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि बोर्ड को सबसे सतर्क और पारदर्शी विभाग बनाया जाएगा। शिकायत निवारण प्रणाली को अत्याधुनिक बनाने की प्रक्रिया चल रही है। यह एक क्रांतिकारी फैसला होगा, जिसकी आधिकारिक घोषणा जल्द की जाएगी। दिल्ली जल बोर्ड शिकायत निवारण के मामले में दूसरे विभागों के लिए मिसाल बन सकता है। उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारियों के नाम संदेश में कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में दिल्ली के प्रत्येक नागरिक को 24 घंटे पानी पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि जल बोर्ड पूरे साल सतर्कता जागरूकता अभियान का पालन करता है। बोर्ड इसके लिए शिकायत निवारण, पानी लीकेज या चोरी रोकने को लेकर सतर्कता, टेंडर प्रणाली में पारदर्शिता, अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करना और पारदर्शिता के लिए एंड्रॉयड आधारित टैबलेट का उपयोग, इन पांच बिदुओं को आधार बनाया है।
उन्होंने कहा कि बोर्ड सभी माध्यमों से मिल रही शिकायतों को कम से कम समय में दूर करने पर काम करता है। पानी की लीकेज या चोरी को रोकने के लिए फ्लो मीटर योजना पर काम चल रहा है। इससे पाइपलाइन में किसी लीकेज या पानी की चोरी का पता लगाया जा सकता है। टेंडर सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए और ज्यादा से ज्यादा भागीदारी के लिए ठेकेदारों की एक स्वीकृत सूचि बनाने को मंजूरी दी गई है। दिल्ली जल बोर्ड में काम कर रहे हर अधिकारी, हर इंजीनियर को अपने काम की जिम्मेदारी तय की गई है। इसके साथ ही दिल्ली जल बोर्ड की बिलिंग प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए सभी एक हजार मीटर रीडर कर्मचारियों को एक एंड्रॉयड आधारित टैबलेट दिया गया है, ताकि मीटर रीडिग और बिलिग सिस्टम की खामियां दूर हो सके।