डीडीए की प्रॉपर्टी बचाओ और इनाम पाओ
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने अपनी संपत्तियों को बचाने के लिए अनूठी प्रतियोगिता शुरू की है। इसका उददेश्य डीडीए की प्रोपर्टी की सुरक्षा के साथ ही करीब छह हजार कर्मचारियों और अधिकारियों को जिम्मेदार बनाना है। इसके तहत कर्मचारियों को प्रापर्टी की जानकारी देना होगा। उस पर अतिक्रमण या कब्जा होने पर उसे हटाना या फिर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना उपलब्ध कराना होगा। इसके बदले उनको नगद इनाम और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने अपनी संपत्तियों को बचाने के लिए अनूठी प्रतियोगिता शुरू की है। इसका उद्देश्य डीडीए की प्रॉपर्टी की सुरक्षा करना तो है ही, साथ ही करीब छह हजार अधिकारियों और कर्मचारियों को जिम्मेदार बनाना भी है। इसके तहत कर्मचारियों को प्रॉपर्टी की जानकारी देना होगा। उस पर अतिक्रमण या कब्जा होने पर उसे हटाना या वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना उपलब्ध कराना होगा। इसके बदले उनको नकद इनाम और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
प्रतियोगिता में पांच श्रेणियों के तहत इनाम दिया जाएगा। इसके मुताबिक काम करने पर अधिकारियों को हर माह वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट देनी होगी। इसके तहत पहला इनाम छह माह में दिया जाएगा। सभी श्रेणियों में प्रथम को 10 हजार, द्वितीय को पांच हजार और तृतीय को तीन हजार रुपये का नकद इनाम मिलेगा। साथ ही प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी भी दी जाएगी। इसके बाद प्रतियोगिता में प्रतिवर्ष इनाम देने का प्रावधान किया जाएगा। डीडीए ने बनाई यह पांच श्रेणियां हमें हमारी प्रॉपर्टी बताएं : डीडीए को नहीं पता कि दिल्ली में उनकी कितनी संपत्तियां हैं। हालांकि, कई अधिकारियों व कर्मियों को इसकी जानकारी है। ये लोग डीडीए की मदद कर सकते हैं।
अतिक्रमण हटाएं या हमें बताएं : डीडीए की कई संपत्तियों पर अतिक्रमण और कब्जा है। जोनल कर्मचारी-अधिकारी खुद अतिक्रमण और कब्जे हटाएं या हमें साथ लेकर कार्रवाई करें।
मलबा हटाकर दीवार खड़ी करें : डीडीए की खाली पड़ी जमीनों पर डं¨पग ग्राउंड बना दिए गए हैं। जोनल कर्मचारी उसे हटाएं और दोबारा डं¨पग ग्राउंड से बचाने के लिए दीवार खड़ी करें।
डीडीए की बिल्डअप प्रॉपर्टी को कवर करें : डीडीए के काफी फ्लैटों, दुकानों, कमर्शियल काप्लेक्सों में भी अवैध कब्जे हैं। जोनल स्टाफ इसे खाली कराए या खाली कराने में मदद करें।
क्यूआरटी कार्रवाई की रिपोर्ट दें : अधीक्षण अभियंता की अगुआई में प्रत्येक जिले में डीडीए ने डीडीए की जमीन पर अतिक्रमण या कब्जा होने पर तुरंत कार्रवाई के लिए क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) बना रखी है। यह टीमें भी कार्रवाई नहीं कर रही हैं। इन्हें अब प्रत्येक माह मुख्यालय को रिपोर्ट देनी होगी।
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इस प्रतियोगिता के जरिए डीडीए अपनी संपत्तियों की बेहतर देखभाल और सुरक्षा तो करना चाहता ही है, साथ ही अपने अधिकारियों व कर्मचारियों में जिम्मेदारी का भाव भी जगाने की सोच रखता है। प्रतियोगिता शुरू की गई है, उम्मीद है कि जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
-तरुन कपूर, उपाध्यक्ष, डीडीए