एम्स में इलाज के दौरान घायल सीआरपीएफ कांस्टेबल की मौत
पाकिस्तानी दूतावास के समीप बैरक में खुद को गोली मारने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कांस्टेबल की एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। डाक्टरों के मुताबिक जवान का ज्यादा खुन बह जाने के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका। पुलिस जांच में पता चला है कि पारिवारिक कारणों से कांस्टेबल ने जान दे दी। फिलहाल चाणक्यापुरी थाना पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की छानबीन कर रही है। नई दिल्ली इलाके में सोमवार की दोपहर सर्विस पिस्टल से सीआरपीएफ के कांस्टेबल डी. रामबाबू (35) ने खुद को गोली मार ली थी। गोली जवान के सीने में गोली लगी थी। बाद में उन्हें इलाज के लिए एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया
जासं, नई दिल्ली : पाकिस्तानी दूतावास के समीप बैरक में खुद को गोली मारने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कांस्टेबल की एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक जवान का ज्यादा खून बह जाने के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका। पुलिस जांच में पता चला है कि पारिवारिक कारणों से कांस्टेबल ने जान दे दी। फिलहाल चाणक्यपुरी थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
सोमवार को दोपहर में सीआरपीएफ के कांस्टेबल डी. रामबाबू (35) ने सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मार ली थी। गोली जवान के सीने में गोली लगी थी। बाद में उन्हें इलाज के लिए एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। शाम को डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर रामबाबू के सीने में लगी गोली निकाल दी थी, लेकिन ज्यादा खून बह जाने के कारण उनकी मौत हो गई। डी. रामबाबू मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक वे 18 सितंबर को 20 दिन की छुट्टी लेकर घर गए थे। वहां से लौटने के बाद से वह मानसिक रूप से परेशान थे। वे पाकिस्तानी दूतावास के समीप अस्थायी बैरक में रह रहे थे। घटनास्थल से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस फिलहाल आत्महत्या का कारण जानने के लिए परिजनों से पूछताछ कर रही है।