पटियाला हाउस से सुप्रीम कोर्ट तक दिनभर चला ड्रामा
निर्भया के दोषियों की फांसी टलवाने के लिए बृहस्पतिवार को पटियाला हाउस से सुप्रीम कोर्ट तक जो ड्रामा दिनभर चला वह हमेशा याद किया जाए। एक तरफ जहां पटियाला हाउस में फांसी रोकने की अर्जी पर सुनवाई हो रही थी वहीं सुप्रीम कोर्ट में एक के बाद एक याचिका दायर की जा रही थी। एक याचिका खारिज तो दूसरी दायर दूसरी के बाद तीसरी। हालांकि सभी याचिकाएं खारिज हो गई और दोषियों की आखिरी कोशिश भी फेल रही।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली
निर्भया के दोषियों की फांसी टलवाने के लिए बृहस्पतिवार को पटियाला हाउस से सुप्रीम कोर्ट तक जो ड्रामा दिनभर चला, वह हमेशा याद किया जाएगा। एक तरफ जहां पटियाला हाउस में फांसी रोकने की अर्जी पर सुनवाई हो रही थी, वहीं सुप्रीम कोर्ट में एक के बाद एक याचिका दायर की जा रही थी। एक याचिका खारिज तो दूसरी दायर, दूसरी के बाद तीसरी। हालांकि सभी याचिकाएं खारिज हो गई और दोषियों की आखिरी कोशिश भी फेल रही।
निर्भया के दोषियों के वकील पटियाला हाउस से सुप्रीम कोर्ट के बीच दौड़ते रहे। सुबह पटियाला हाउस कोर्ट में डेथ वारंट पर रोक लगाने की सुनवाई थी, लेकिन उससे पहले सुप्रीम कोर्ट में मुकेश की क्यूरेटिव पिटीशन पर सुनवाई शुरू हो गई। यह याचिका उसने खुद को निर्दोष बताते हुए और 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में न होने की दलील देते हुए दायर की थी। कुछ देर की सुनवाई के बाद इस अर्जी को खारिज कर दिया गया। इसके बाद पटियाला हाउस में सुनवाई शुरू हुई और इसी बीच अक्षय की दूसरी दया याचिका को राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया। इसके तुरंत बाद सुप्रीम कोर्ट में दया याचिका खारिज होने के बाद अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में फिर याचिका दायर कर दी, जो कुछ देर सुनवाई के बाद खारिज हो गई। वहीं दूसरी तरफ से पटियाला हाउस में बहस के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया। इसके तुरंत बाद पवन ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर करते हुए खुद को नाबालिग बताया। इस याचिका के फैसले का इंतजार पटियाला हाउस में कुछ देर किया गया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले ही पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वारंट पर रोक लगाने से इन्कार कर दिया। इसके कुछ देर बाद ही सुप्रीम कोर्ट से फैसला आया और पवन की क्यूरेटिव पिटीशन को खारिज कर दिया। बॉक्स अक्षय की पत्नी ने खुद को मारा, हुई बेहोश
पटियाला हाउस कोर्ट जब फैसला सुनाने वाली थी तो अक्षय की पत्नी ने जज से कहा कि मेरे साथ न्याय नहीं हो रहा है। इस पर जज ने कहा कि निर्भया की मां से पूछें। इसके बाद अक्षय की पत्नी अदालत परिसर के बाहर आ गई और अपनी चप्पल से खुद को मारने लगी। वह चिल्लाने लगी कि मुझे भी मार दो, मेरे बच्चे को भी मार दो। चिल्लाते हुए वह बेहोश हो गई। कुछ वकीलों और लोगों ने उसे होश में लाने का प्रयास किया और उचित स्थान पर बैठा दिया। फैसले के बाद दोषियों के परिजन अदालत से चले गए।