त्योहारी जाल में फांस रहा कोरोना
सर्दी का मौसम आने व राजधानी में प्रदूषण की स्थिति गंभीर होने के साथ ही अब कोरेाना के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मामले बढ़ने का कारण भी लोग खुद ही हैं। त्योहारी सीजन होने के कारण लोग घरों से बाहर निकलने लगे हैं। बाजारों में शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। लोग या
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : सर्दी का मौसम आने व राजधानी में प्रदूषण की स्थिति गंभीर होने के साथ ही अब कोरेाना के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मामले बढ़ने का कारण भी लोग खुद ही हैं। त्योहारी सीजन होने के कारण लोग घरों से बाहर निकलने लगे हैं। बाजारों में शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। लोग या तो मास्क पहन नहीं रहे हैं या फिर उसे ठीक से नहीं पहन रहे हैं। इस कारण मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं।
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बीबी वाधवा ने बताया कि पिछले कुछ समय से लोग कोरोना महामारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। वे न तो ठीक से मास्क पहन रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर रहे हैं। ज्यादातर लोगों के मास्क नाक के नीचे ही रहते हैं। ऐसे में मास्क लगाने का कोई फायदा नहीं रह जाता है। इससे कोरोना संक्रमण एक बार फिर से तेजी से फैलने लगा है। उन्होंने बताया कि यह लापरवाही दिल्ली के साथ ही देश के अन्य राज्यों के लोगों के लिए भी घातक है, क्योंकि दिल्ली में देश के विभिन्न राज्यों से लोग आते-जाते हैं। डॉ. वाधवा ने बताया कि अब लोग हाथ धोने में भी लापरवाही बरत रहे हैं।
अपने साथ दूसरों के लिए भी बढ़ा रहे खतरा
सफदरजंग अस्पताल के सीनियर रेजिडेंट डॉ. सुनील यादव ने बताया कि त्योहार का सीजन होने के कारण लोग बाजारों में जा रहे हैं, शॉपिग कर रहे हैं और सार्वजनिक परिवहन के साधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान वे न तो शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर रहे हैं और न ही अनिवार्य रूप से मास्क लगा रहे हैं। मास्क को लोग बस चालान से बचने के लिए गले में लटकाए रहते हैं। लापरवाही का आलम यह है कि लोग 10 साल से छोटे बच्चों व 60 साल से ऊपर के बुजुर्गो को भी घर के बाहर ले जा रहे हैं। इस कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वहीं, कोरोना की जांच भी बढ़ा दी गई है, इसलिए भी मामले ज्यादा आने लगे हैं। पहले लोग जांच नहीं करवाते थे, लेकिन अब लोग खुद ही जांच कराने पहुंच रहे हैं। इस कारण संक्रमितों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जब तक वैक्सीन या बीमारी का इलाज न आ जाए, लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।