बरसात में बिजली से न हो दुर्घटना, कंपनियों ने शुरू की तैयारी
बारिश के मौसम में नमी व जलभराव से बिजली की आपूर्ति बाधित होती है और करंट लगने का भी खतरा बढ़ जाता है। इसे ध्यान में रखकर बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) बरसात के मौसम में एहतियात के कई कदम उठा रही हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : बारिश के मौसम में नमी व जलभराव से बिजली की आपूर्ति बाधित होती है और करंट लगने का भी खतरा बढ़ जाता है। इसे ध्यान में रखकर बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) बरसात के मौसम में एहतियात के कई कदम उठा रही हैं। उपभोक्ताओं को भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बांबे सबअर्बन इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई (बीएसईएस) के अधिकारियों का कहना है कि मानसून एक्शन प्लान के तहत जलभराव वाले क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर को ऊंचाई पर रखा जा रहा है। इसके आसपास लोग पहुंच न सकें, इसके लिए चारो तरफ से जाली लगाई गई है। बिजली उपकरणों को पानी से बचाने के उपाय किए गए हैं। आम जनता को भी ट्रांसफार्मर, बिजली के खंभों व अन्य उपकरणों से दूर रहने की सलाह दी गई है। बच्चों पर विशेष नजर रखने की जरूरत है, जिससे कि कोई दुर्घटना न हो।
करंट लगने से संबंधित शिकायत के लिए बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) के उपभोक्ता 19122 पर और बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल)के उपभोक्ता 19123 पर फोन कर सकते हैं।
बीएसईएस अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ताओं को न सिर्फ बाहर, बल्कि घर में भी सावधान रहना चाहिए। गीले स्विच को नहीं छूना चाहिए। घर में एक टेस्टर रखना चाहिए जिससे कि स्विच की जांच की जा सके, क्योंकि बरसात में सीवेज की वजह से करंट का खतरा रहता है। उपभोक्ता घर में अर्थ लीकेज सर्किट ब्रेकर (ईएलसीबी) भी लगवा सकते हैं। यह एक छोटा सा उपकरण है, जिससे लीकेज का पता चल जाता है और अपने आप घर में बिजली आपूर्ति रुक जाती है। बिजली चोरी की वजह से भी बारिश के मौसम में करंट फैलने का खतरा रहता है। यदि कहीं बिजली चोरी होते दिखे तो तुरंत इसकी शिकायत डिस्कॉम के हेल्पलाइन नंबर पर करनी चाहिए। बीएसईएस ने विभिन्न विभागों व आम जनता को बिना जानकारी दिए सड़क किनारे खोदाई नहीं करने की सलाह दी गई है।