UP सरकार का तोहफा, ग्रेटर नोएडा में AIIMS को कैबिनेट की मंजूरी
अखिलेश यादव सरकार ने ग्रेटर नोएडा में ग्रेटर नोएडा आयुर्विज्ञान संस्थान को कल अपनी मंजूरी दे दी। इससे पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को फायदा होगा। यहां पर बनने वाले एम्स में एमबीबीएस की 150 सीटें होगी।
नोएडा। उत्तर प्रदेश सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को एम्स का तोहफा दिया है। अखिलेश यादव की कैबिनेट ने ग्रेटर नोएडा में ग्रेटर नोएडा आयुर्विज्ञान संस्थान को कल अपनी मंजूरी दी है। यहां पर बनने वाले एम्स में एमबीबीएस की 150 सीटें होगी। माना जा रहा है कि अगले साल 2017 से यहां पर मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
ग्रेटर नोएडा चिकित्सा विश्वविद्यालय का अस्तित्व संकट में
सोसायटी एक्ट के तहत चलेगा ग्रेटर नोएडा का एम्स
उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी की माने तो ग्रेटर नोएडा आयुर्विज्ञान संस्थान को सोसायटी एक्ट के तहत चलाया जाएगा।
600 करोड़ से अधिका का खर्च
यहां पर याद दिला दें कि प्रदेश सरकार ने ग्रेटर नोएडा में करीब 600 करोड़ रुपये खर्च कर एक बड़ा चिकित्सा अस्पताल बनाया है। सरकार ने इसे चिकित्सा विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया था। अब इसे एम्स का रूप दिया जाएगा।
राज्यपाल की अनुमति नहीं होने से लटका था मामला
इसे सरकार की लापरवाही ही कहा जाएगा कि सरकार ने इस बाबत प्रस्ताव तो पास कर दिया था, लेकिन फाइनेंसियल बिल होने के बावजूद राज्यपाल राम नाईक से अनुमति नहीं ली थी। यही वजह थी कि यह विधेयक ठंडे बस्ते में चला गया था।