सड़कों से गायब रहीं एप आधारित अधिकतर कैब
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : कैब चालकों की हड़ताल से सोमवार को लोगों को काफी परेश
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : कैब चालकों की हड़ताल से सोमवार को लोगों को काफी परेशानी हुई। ओला-उबर के साथ ही एप आधारित अन्य कैब सेवा भी काफी हद तक प्रभावित रही। आइटीओ, कनॉट प्लेस जैसे स्थानों से सामान्य समय में कैब सेवा 10 मिनट से 40 मिनट पर उपलब्ध हो रही थी, तो व्यस्त समय में कैब ही नहीं मिल रही थी। लोगों को कैब सेवा के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा था। इस कारण ऑफिस, मीटिंग के साथ ही रेलवे, फ्लाइट तक छूटने के मामले सामने आए। हड़ताल के कारण कामकाजी लोगों को दिनभर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। जो कैब सेवा उपलब्ध थी, उनका किराया तीन से चार गुना हो गया था।
दिल्ली-एनसीआर में उबर और ओला के साथ ही अन्य एप आधारित कैब सेवा की दो लाख से अधिक कारें चलती हैं। पिछले कुछ दिनों से एक्सपर्ट ड्राइवर सॉल्युशन के बैनर तले ओला कैब चालकों का एक धड़ा हड़ताल पर है। सोमवार को इस संगठन के साथ ही कुछ टैक्सी चालक संगठनों ने भी धरना प्रदर्शन की घोषणा की। इसका असर काली-पीली टैक्सी सेवा व ऑटो पर तो नहीं दिखा पर कैब सेवा पटरी से उतर गई। एक्सपर्ट ड्राइवर सॉल्युशन के अध्यक्ष सुमित भारद्वाज ने दावा किया कि सोमवार को हड़ताल के कारण ओला-उबर की 80 से 90 फीसद सेवा प्रभावित रही है।
उबर अपने एप पर आंतरिक कारणों से सेवा प्रभावित होने की जानकारी दे रही थी तो ओला के एक अधिकारी ने सेवा में ज्यादा दिक्कत नहीं आने की बात कहीं, लेकिन सड़कों पर लोगों का अनुभव इससे अलग था। हर किसी को परेशानी से जूझना पड़ा।
:::::::::::::::::::::::::: आज और कल भी हड़ताल
दिल्ली में एप आधारित कैब सेवा के बुरे अनुभवों से सोमवार को दिल्ली वालों को सामना करना पड़ा। यह परेशानी अगले कुछ दिनों तक रह सकती है। चालकों ने तीन दिनों तक हड़ताल पर रहने की घोषणा की है। सुमित भारद्वाज ने कहा कि 6 रुपये 40 पैसे से किराया बढ़ाकर 16 रुपये करने, एक दिन में 200 किमी तक चलने की अधिकतम सीमा को बढ़ाने समेत अन्य मांगों को लेकर वे मंगलवार और बुधवार को भी हड़ताल पर रहेंगे।
-------------
फोटो-22डेल-115
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर गिनाई अपनी मांगें
जासं, नई दिल्ली : अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ओला-उबर चालकों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। इस दौरान काली-पीली टैक्सी चालकों ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
सुबह से ही विभिन्न टैक्सी एसोसिएशन जंतर-मंतर पर जुटनी शुरू हो गई थीं। एकत्र होने के बाद चालकों ने केंद्र सरकार और ओला-उबर कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे काली-पीली टैक्सी चालकों ने मांग की कि उनके रंग में बदलाव नहीं होना चाहिए। काली-पीली टैक्सी की भी दिल्ली में अपनी पहचान है। इसी के साथ टैक्सी में स्पीड गर्वनर की अनिंवार्यता हटाई जानी चाहिए। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पेट्रोल व डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाना चाहिए। साथ ही दिल्ली एनसीआर में सीएनजी पंपों की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए। वहीं, ओला-उबर के चालकों ने कहा कि कंपनी द्वारी दी गई टैक्सियों की दैनिक किस्त कम की जाए। ग्राहकों को आधार कार्ड के साथ ओला-उबर एप से जोड़ा जाए, जिससे कोई अपराधिक घटना होने पर सवारी की पर्याप्त जानकारी कंपनी के पास हो। टैक्सी चालकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले दिनों में चक्का जाम कर सरकार के खिलाफ रोष जताया जाएगा।