भाजपा का आरोप, 'आप' के 21 विधायक ले रहे हैं सरकारी सुविधाओं का लाभ
संसदीय सचिव बनाए जाने को लेकर घिरे आम आदमी पार्टी (आप) के 21 विधायकों के मामले में भाजपा आक्रामक हो गई है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। संसदीय सचिव बनाए जाने को लेकर घिरे आम आदमी पार्टी (आप) के 21 विधायकों के मामले में भाजपा आक्रामक हो गई है। भाजपा प्रवक्ता और दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने आरटीआइ के हवाले से दावा किया कि सभी 21 विधायक सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। खुद विधानसभा अध्यक्ष ने संसदीय सचिव बनाए गए इन विधायकों को विधानसभा परिसर में कमरा आवंटित किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार पहले तो गैर कानूनी काम करती है और फिर उसे ढंकने के लिए आरोप लगाती है।
एक तरफ जहां राष्ट्रपति कार्यालय ने दिल्ली सरकार के कानून को मान्यता देने से इन्कार कर दिया है वहीं भाजपा नए तथ्यों के सहारे यह सुनिश्चित करने में जुट गई है कि आप के 21 विधायकों की सदस्यता रद हो। इसी क्रम में मीनाक्षी लेखी ने आरटीआइ के हवाले प्राप्त जानकारी देते हुए कहा कि संसदीय सचिव बनाए गए सभी 21 विधायकों को परिसर में ही कमरा दिया गया है। कमरा देने के साथ ही सारी सुविधाएं अपने आप जुड़ जाती हैं।
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कानून के अनुसार दिल्ली में केवल मुख्यमंत्री को एक संसदीय सचिव रखने का अधिकार है। लेकिन यहां सात मंत्रियों के कैबिनेट में 21 संसदीय सचिव नियुक्त किए गए हैं। यह गैर कानूनी है। उन्होंने कहा कि लाभ के पद मामले में फंसी सोनिया गांधी और जया बच्चन को भी संसद से इस्तीफा देना पड़ा था। लेकिन दिल्ली सरकार ने मर्यादा की सभी सीमा तोड़ दी हैं।
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वहीं, दूसरे प्रवक्ता सांबित पात्रा ने राष्ट्रपति कार्यालय से इन्कार का ठीकरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फोड़े जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक महत्वाकांक्षा है और इस अति महत्वाकांक्षा में वह राष्ट्रपति कार्यालय और चुनाव आयोग की गरिमा को भी धूमिल कर रहे हैं।