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11300 Cr PNB Scam: नाम न लेकर भी केजरीवाल ने घोटाले के बहाने मोदी पर किया बड़ा हमला

रविशंकर ने कहा कि दावोस में हुए वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम के कार्यक्रम में नीरव मोदी की पीएम के साथ कोई मुलाकात नहीं हुई थी।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 15 Feb 2018 02:53 PM (IST)Updated: Fri, 16 Feb 2018 10:41 AM (IST)
11300 Cr PNB Scam: नाम न लेकर भी केजरीवाल ने घोटाले के बहाने मोदी पर किया बड़ा हमला

नई दिल्ली (जेएनएन)।  देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले पर कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने केंद्र में सत्तासीन मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घोटाले के लिए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्‍मेदार ठहराया है तो वहीं, काफी समय से चुपचाप बैठे अरविंद केजरीवाल भी फुलफॉर्म में आते दिख रहे हैं। दिल्ली के सीएम केजरीवाल का कहना है कि यह घोटाला बिना केंद्र सरकार की रजामंदी के नहीं हो सकता है। बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक में 11,356 करोड़ रुपये की गड़बड़ी का मामला सामने आया है। आरोप है कि अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी (46) ने कथित रूप से बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी वाला गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल कर अन्य भारतीय ऋणदाताओं से विदेशी ऋण हासिल किया।

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अब इस मुद्दे पर विपक्ष मुखर हो गया है। इस कड़ी में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है- 'नीरव मोदी ने समझाया है कि भारत को कैसे लूटा जा सकता है। सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी को गले मिलो, दावोस में पीएम मोदी के साथ भी नजर आओ। राहुल ने लिखा कि देश के 12000 करोड़ रुपये चुराओ और विजय माल्या की तरह देश से पैसे लेकर भाग जाओ।'

वहीं, पीएनबी बैंकिंग घोटाले पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने बृहस्पतिवार दोपहर ट्वीट करके घोटाले में भाजपा सरकार की मिलीभगत की बात कही है। ट्वीट में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है- 'क्या ये संभव है कि विजय माल्या या नीरव मोदी (वह) भारतीय जनता सरकार की मिलीभगत के बगैर देश से बाहर चले जाएं।'

केंद्र सरकार पर हमला करने से बच रहे आम आदमी पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल ने इस हमले से संदेश दिया है कि वह अब मुखर होंगे और भाजपा की केंद्र सरकार पर हमले तेज करेंगे।  इसे भाजपा के बहाने नरेंद्र मोदी पर हमला माना जा रहा है। बता दें कि पिछले एक साल के दौरान केजरीवाल पीएम मोदी पर सीधा हमला करने से बच रहे हैं।

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल के भाजपा सरकार पर कटाक्ष के कुछ देर बाद ही कांग्रेस पार्टी ने एक पत्रकार वार्ता कर केंद्र सरकार पर हमला बोला। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के नाक के नीचे से नीरव मोदी और मेहुल चौकसे पूरे बैंकिंग सिस्टम को कैसे धोखा दे गए? इसके लिए उन्होंने फर्जी लेटर ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि 'छोटा मोदी' ने जो ये ऐतिहासिक बैंक घोटाला किया है उसके लिए कौन जिम्मेदार है?

इतना ही नहीं, सुरजेवाला ने कहा कि ये घोटाला 30 हजार करोड़ रुपये तक का है। रणदीप ने कहा कि 26 जुलाई 2016 को ही पीएम मोदी को उनके एक रिश्तेदार नीरव मोदी से जुड़े सारे पेपर्स सौंप दिए गए थे। इन पेपर्स में 42 एफआईआर भी शामिल थे। 

सुरजेवाला की मानें तो पीएमओ ने इन पेपर्स को स्वीकार भी कर लिया और इसे कंपनियों के रजिस्ट्रार को भेज दिया गया ताकि मामले में ऐक्शन लिया जा सके। सुरजेवाला ने हमलावर स्वर में कहा कि इन सबके बावजूद सरकार अंत में कुछ नहीं कर पाई।

राहुल गांधी द्वारा पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी की पीएम मोदी के साथ आई फोटो को लेकर हमला करने पर केंद्र सरकार में मंत्री रवि शंकर ने पलटवार किया है। उन्होंने पत्रकार वार्ता कर सीधे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा नीरव मोदी को छोटा मोदी कहना निंदनीय है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस फोटो की राजनीति बंद करे।

रविशंकर ने कहा कि दावोस में हुए वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम के कार्यक्रम में नीरव मोदी की प्रधानमंत्री के साथ कोई मुलाकात नहीं हुई थी। नीरव मोदी अपने आप दावोस गए थे।  उन्होंने खुलासा किया कि जिस फोटो को कांग्रेस के नेता दिखा रहे हैं वह फोटो सीआईआई की ज्वाइंट फोटोशूट की है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि घोटालेबाज का कद और पद कुछ भी हो उस पर कार्रवाई होगी।

वहीं, रविशंकर प्रसाद ने दावा किया राहुल गांधी के साथ भी नीरव मोदी की फोटो है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी नीरव मोदी के ज्वैलरी इवेंट में गए थे, इसलिए उन्हें फोटो की राजनीति बंद करनी चाहिए।

यहां पर बता दें कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दावोस (स्विट्जरलैंड) में नामी भारतीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालकों (सीईओ) के समूह के साथ फोटो में शामिल है। 

पीएनबी के एमडी बोले- गलत काम को नहीं देंगे बढ़ावा

केंद्र सरकार और विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप के बीच पीएनबी के एमडी सुनील मेहता का बयान भी सामने आया है। उन्‍होंने कहा कि हम किसी भी गलत काम को बढ़ावा नहीं देंगे। हम लोग इस चीज को धरातल पर लेकर आए हैं। घोटाले के बारे में हमारे अधिकारियों को 2011 में पता चला था, हमने संबंधित एजेंसियों को इस बारे में सूचना दी थी। हम खुद जांच एजेंसियों के पास गए थे। हम क्‍लीन बैंकिंग के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बता दें कि पहले से ही कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे देश के सरकारी बैंकों को अब इतिहास के सबसे बड़े घोटाले से निपटना होगा। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने यह राज उजागर किया है कि उसके मुंबई स्थित एक शाखा में 1.77 अरब डॉलर (11,346 करोड़ रुपये) का घोटाला हुआ है।

घोटाले के तार भी रत्न व आभूषण के प्रसिद्ध कारोबारी नीरव मोदी से जुड़े हुए हैं, जिनके खिलाफ पीएनबी ने एक पखवाड़े पहले 280 करोड़ रुपये के फ्रॉड का आरोप लगाते हुए जांच सीबीआइ को सौंपी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर नीरव मोदी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

पीएनबी ने बुधवार सुबह अपनी एक शाखा में हुई इस धांधली के बारे में शेयर बाजार को जानकारी दी। बैंक के अनुसार, उसने मुंबई स्थित अपनी एक शाखा में कुछ गड़बड़ी दर्ज की है। कुछ खाताधारकों को लाभ पहुंचाने के लिए लेनदेन किए गए। इन लेनदेनों के आधार पर ग्राहकों को दूसरे बैंकों ने विदेशों में कर्ज दिए हैं।

इस पूरे मामले का आकार 1.77 अरब डॉलर है। पीएनबी की सूचना से वित्त मंत्रालय और पूरे बैंकिंग क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। वित्त मंत्रालय ने पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है।

हालांकि मंत्रालय के बैंकिंग विभाग में संयुक्त सचिव लोक रंजन के मुताबिक, ‘यह बड़ा मामला नहीं है और ऐसी स्थिति नहीं है, जिसे कहा जाए कि हालात काबू में नहीं है।’ वहीं मंत्रालय के अन्य अधिकारी इस बात से चिंतित है कि इसके तार कुछ दूसरे सरकारी बैंकों से भी जुड़े हुए हैं।

यूनियन बैंक, इलाहाबाद बैंक और निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने भी पीएनबी की तरफ से गड़बडी करने वाले खाताधारकों को जारी आशय पत्र (एलओयू) के आधार पर कर्ज दिए हैं।

ऐसे में जांच के दायरे मे ये बैंक भी आएंगे। एलओयू एक बैंक शाखा की तरफ से दूसरे बैंक शाखा को जारी एक ऐसा प्रपत्र है, जिसके आधार पर दूसरे जगह की बैंक शाखा उस ग्राहक को कर्ज की सुविधा देती है।

जानें कौन हैं घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी

पीएनबी बैंकिंग घोटाले को देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला कहा जा रहा है। इस घोटाले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी गुजरात के हीरा कारोबारी हैं। हालांकि, उनका जन्म दुनिया के डायमंड कैपिटल माने जाने वाले एंटवर्प (बेल्जियम) में हुआ था। देश-विदेश में उनके कई शो रूम हैं और वे 'नीरव मोदी' ब्रांड से ही अपना सामान बेचते हैं। जानकारी के मुताबिक, नीरव की नेटवर्थ 11,500 करोड़ रुपये है। यह भी जानकारी सामने आई है कि उनकी ज्वेलरी को केट विंसलेट, ताराजी हेन्सन, कार्ली क्लॉस और वायोला डेविस जैसी इंटरनेशनल और प्रियंका चोपड़ा, अनुष्का शर्मा जैसी एक्ट्रेस और मॉडल ऑस्कर जैसे समारोह में पहन चुकी हैं। 

अन्य बैंकों पर भी नजर

आरबीआइ ने जब पीएनबी से जबाव तलब किया तो उसके पास इसे सार्वजनिक करने और मामला की जांच करवाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। इसी क्रम में दूसरे मामले भी सामने आये। साथ ही यह पता भी लगाया जा रहा है कि क्या दूसरी बैंक शाखाओं में भी एलओयू जारी करने का यह धंधा चल रहा है। जानकारों की मानें तो बैंक अनाधिकृत तौर पर आयातकों के साथ मिलकर यह काम खूब करते हैं और इसे परोक्ष तौर पर उन्हें शीर्ष अधिकारियों से अनुमति होती है।

पीएनबी के दस कर्मचारी निलंबित

पीएनबी ने इस मामले में अपने दस कर्मचारियों को भी निलंबित कर दिया है। घोटाले के सामने आने के बाद शेयर बाजार में पीएनबी के शेयरों की दस कीमत फीसद गिर गई। दूसरे बैंकों के शेयरों ने भी खूब गोता लगाया है।

वहीं, पीएनबी में 11,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में मामला दर्ज होने से पहले ही नीरव मोदी के देश छोड़कर जाने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि नीरव मोदी स्विट्जरलैंड में हैं। 

जानकारी आ रही है कि नीरव मोदी की हीरो की कंपनी की ब्रैंड ऐंमबेस्‍डर रहीं बॉलिवुड एक्‍ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने उसपर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका की मैनेजमेंट टीम ने आरोप लगाया है कि उन्‍हें उनके विज्ञापनों के लिए उतना पैसा नहीं दिया गया, जितने की दोनों के बीच बात हुई थी। यहां पर याद दिला दें कि हीरो के इस विज्ञापन में प्रियंका चोपड़ा के अलावा सिद्धार्थ मल्‍होत्रा भी उनके साथ नजर आए थे।


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