पश्चिमी यूपी को रेलवे का बड़ा तोहफा, मुरादाबाद व मेरठ तक लोकल ट्रेन आज से
रेलवे ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लाखों लोगों को दो लोकल ट्रेनों का तोहफा दिया है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा थोड़ी देर बाद मुरादाबाद में दो मेमू ट्रेनों का उद्घाटन करेंगे। इनमें एक मुरादाबाद से आनंद विहार और दूसरी आनंद विहार से मेरठ के बीच चलेगी। ऐसा इन रूटों
नई दिल्ली। रेलवे ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लाखों लोगों को दो लोकल ट्रेनों का तोहफा दिया है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा थोड़ी देर बाद मुरादाबाद में दो मेमू ट्रेनों का उद्घाटन करेंगे। इनमें एक मुरादाबाद से आनंद विहार और दूसरी आनंद विहार से मेरठ के बीच चलेगी। ऐसा इन रूटों के पूर्ण विद्युतीकरण से संभव हुआ है।
गाजियाबाद-मुरादाबाद हिस्से का विद्युतीकरण कुछ महीने पहले ही पूरा हो गया था। इसके बाद इसका इस्तेमाल करते हुए पहली बार वाराणसी से दिल्ली के बीच महामना एक्सप्रेस को इलेक्टिक इंजन पर चलाया गया।
दूसरी ओर मेरठ सिटी-सहारनपुर सेक्शन के 113 किलोमीटर हिस्से का विद्युतीकरण अभी 12 मार्च को ही पूरा हुआ है। गाजियाबाद-मेरठ सिटी खंड का विद्युतीकरण 3 दिसंबर, 2015 को ही पूरा कर लिया गया था।
फलस्वरूप अब 161 किलोमीटर के पूरे गाजियाबाद-मेरठ-सहारनपुर खंड पर इलेक्टिक गाड़ियों को चलाना संभव हो गया है। इसी के साथ दिल्ली से गाजियाबाद, खुर्जा होते हुए हरिद्वार, अंबाला, जम्मू और अमृतसर तक भी इलेक्टिक गाड़ियां चलाई जा सकेंगी।
जबसे मोदी सरकार सत्ता में आई है, उत्तर प्रदेश को रेलवे की खास तवज्जो मिल रही है। रेल बजट में उत्तर प्रदेश का आवंटन बढ़ गया है। पहले जहां उत्तर प्रदेश को अमूमन 1000-1200 करोड़ रुपये की राशि मिला करती थी, वहीं 2015-16 में 4516 करोड़ और 2016-17 में 4923 करोड़ रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ है।
इस बार विद्युतीकरण के 14 कार्य घोषित किए गए हैं। इनमें कल्यानपुर-कासगंज-मथुरा, चुनार-चोपन, गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज, नोनी-टपरी, औंरिहार-जौनपुर, बरेली-चंदौसी-मुरादाबाद, गजरौला-नजीबाबाद, शिकोहाबाद-फरुखाबाद, फाफामऊ-प्रतापगढ़, छितौनी-तमकुही रोड, मनकापुर-कटरा-अयोध्या-फैजाबाद, भटनी-औंरिहार तथा बलिया-मऊ-शाहगंज के विद्युतीकरण शामिल हैं।
25 फरवरी, 2016 को पेश रेल बजट में उत्तर प्रदेश के लिए 17 सर्वे और 26 नई लाइन/दोहरीकरण/आमान परिवर्तन परियोजनाओं का एलान किया गया है। इसके अलावा 57 रेलवे ओवरब्रिज तथा 125 रेलवे अंडरब्रिज भी बनाए जाएंगे। ये आंकड़े पिछले वर्षो के मुकाबले अप्रत्याशित रूप से ज्यादा हैं।
उत्तर प्रदेश के लगभग सभी प्रमुख नगरों या जिलों, जैसे लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, इलाहाबाद, गाजियाबाद, बरेली, आगरा, मथुरा, झांसी, इटावा, फैजाबाद, एटा, हाथरस, गोंडा, आजमगढ़ में रेलवे क्रासिंगों पर आरओबी/आरयूबी बनाए जाएंगे। इससे लंबे-लंबे जाम तो खत्म होंगे ही, दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।