सितंबर से दिल्ली की सड़कों पर होगी धूल रहित सफाई
-सीपीसीबी ने तीनों नगर निगमों एवं पीडब्ल्यूडी को दिया निर्देश -सितंबर तक मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली की सभी सड़कों पर सितंबर 2018 से धूल रहित सफाई की व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए तीनों नगर निगमों और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सर्दियों में दिल्ली को गैस चेंबर बनने से बचाने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से सभी विभागो को हर हाल में सितंबर तक मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीनें खरीद लेने का लक्ष्य भी दे दिया गया है।
ग्रेडेड रिस्पास एक्शन प्लान (ग्रेप) के तहत पिछले साल अक्टूबर में भी दिल्ली की सड़कों की सफाई स्वीपिंग मशीनों से करने को कहा गया था। मगर मशीनों के अभाव में ऐसा नहीं हो पाया।
दिल्ली में सभी सड़कों की सफाई धूल रहित हो इसके लिए कम से कम 70 मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीनों की जरूरत है। इस समय तीनों निगमों, दिल्ली कैंट और एनडीएमसी के पास सिर्फ 30 मशीनें हैं। इसके चलते सड़कों की सफाई अब भी पारंपरिक तरीकों से करनी पड़ रही है।
इसके अलावा अब यदि भवन निर्माण स्थल पर धूल उड़ती है तो उसके लिए भी अधिकारियों को दोषी मानकर उन पर कार्रवाई की जाएगी। पीडब्ल्यूडी, डीडीए, डीएमआरसी और एनएचएआइ को यह बता दिया गया है और उनके संबंधित क्षेत्र में यदि धूल उड़ती है तो विभाग के संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। इसके अलावा डीडीए और नगर निगमों को स्वीकृत डंपिंग साइटस की सूची बनाने को कहा गया है ताकि इधर उधर होने वाली अवैध डंपिंग को खत्म किया जा सके। इस साल सड़कों के किनारे को हरा भरा करने का लक्ष्य भी अक्टूबर 2018 तय किया गया है।
इसके अलावा जिन सड़कों की सफाई मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीनों से नहीं हो सकती, वहा के लिए पर्याप्त वॉटर स्प्रींक्लर खरीदने के निर्देश दिए गए हैं ताकि वहा भी सफाई के दौरान धूल न उडे़।