7वां वेतन आयोग: रेल कर्मियों ने भरी हुंकार, जताई नाराजगी
रनिंग स्टाफ की मांगोंं को लेकर उतर रेलवे मजदूर यूनियन ने दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। रनिंग स्टाफ की मांगोंं को लेकर उतर रेलवे मजदूर यूनियन ने दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंंने कहा कि चालक, गार्ड, सहायक चालक सहित अन्य रनिंग स्टाफ को सातवेंं वेतन आयोग की सिफारिशोंं का लाभ नहींं दिया जा रहा है।
यूनियन के महामंत्री बीसी शर्मा ने कहा कि रनिंंग स्टाफ के ऊपर यात्रियोंं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है। त्योहार के दिनोंं मेंं भी वे अपने परिवार से दूर रहते हैं और रोजाना लगभग 12 घंटे ड्यूटी करते हैं। इसके बावजूद इनके साथ नाइंसाफी की जा रही है।
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शर्मा ने कहा कि सातवेंं वेतन आयोग ने रनिंग स्टाफ का वेतन व भत्ता निर्धारित करने का फैसला रेलवे बोर्ड पर छोड़ दिया है। वेतन आयोग की सिफारिशोंं के अनुसार, कर्मचारियोंं के वेतन मेंं 14.29 फीसद बढ़ोतरी होनी चाहिए। केंंद्र सरकार ने भी इसे मंजूर कर लिया है, लेकिन रेलवे बोर्ड ने रनिंग स्टाफ को 12.19 फीसद के हिसाब से वेतनवृद्धि करने का फैसला किया है। इसके विरोध मेंं नेशनल फेडरेशन ऑफ इडियन रेलवे मैन के महामत्री डॉ. एम राघवैय्या ने रेल मंंत्रालय को पत्र भी लिखा है।
यूनियन केंं केंंद्रीय अध्यक्ष एसएन मलिक ने हाई स्पीड ट्रेनोंं का ट्रिप अलाउंस बढ़ाने, कर्मचारियोंं को वर्दी के लिए अच्छा कपड़ा और सिलाई के लिए बाजार दर पर पैसे देने, गुड्स लोको पायलट को भी मेल लोको पायलट की तरह विशेष भत्ता देने, ट्रेनोंं की बढ़ रही संख्या के हिसाब से स्टेशनोंं पर रनिंग रूम मेंं आवास क्षमता बढाने सहित अन्य लंबित मांगो को शीघ्र मानने की मांग की।