Move to Jagran APP

Clinical Trials in Children: एम्स में टीके के ट्रायल में बच्चों को दिया गया कोवैक्सीन टीका

Clinical Trials in Children एम्स के डाक्टर प्रो. संजय राय ने बताया कि 28 दिन बाद एंटीबाडी की जांच कर इन्हें दूसरी डोज दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इन बच्चों की सोमवार को स्वास्थ्य जांच की गई थी।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 12:52 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 12:52 PM (IST)
Clinical Trials in Children: एम्स में टीके के ट्रायल में बच्चों को दिया गया कोवैक्सीन टीका
एम्स में टीके के ट्रायल में बच्चों को दिया गया कोवैक्सीन टीका

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एम्स में बुधवार को टीके का ट्रायल शुरू हो गया। पहले दिन पांच बच्चों को कोवैक्सीन की डोज दी गई। ये बच्चे 12 से 18 साल के बीच के हैं। डोज लगने के बाद सभी को घर भेज दिया गया। हालांकि, एम्स के विशेषज्ञ बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी उनके अभिभावकों से लेते रहेंगे। एम्स के डाक्टर प्रो. संजय राय ने बताया कि 28 दिन बाद एंटीबाडी की जांच कर इन्हें दूसरी डोज दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इन बच्चों की सोमवार को स्वास्थ्य जांच की गई थी। जांच रिपोर्ट में पूरी तरह से स्वस्थ पाए जाने के बाद इन्हें टीके की डोज दी गई है।

loksabha election banner

एम्स से मिली जानकारी के मुताबिक दूसरे आयु वर्ग के बच्चों के लिए स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद छह से 12 साल के बच्चों को भी डोज दी जाएगी। इसके बाद दो से छह साल के बीच के बच्चों का नंबर आएगा।

एम्स नेत्र विज्ञान केंद्र के पूर्व प्रमुख डा. मदन मोहन का कोरोना से निधन

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)के नेत्र विज्ञान केंद्र के प्रमुख रहे डा. मदन मोहन का मंगलवार को निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे और उनकी उम्र 92 वर्ष थी। डा. मोहन ने 80 के दशक में एम्स में देश का पहला आंखों का राष्ट्रीय बैंक स्थापित कराया था। चिकित्सा क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए 1985 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह तत्कालीन राष्ट्रपति की व्यक्तिगत चिकित्सीय टीम में भी शामिल थे। एम्स से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने दक्षिणी दिल्ली इलाके में एमएम आइटेक अस्पताल की स्थापना की थी।

वे भारत सरकार के नेत्र विज्ञान चिकित्सा सलाहकार भी रहे। लखनऊ स्थित केजीएमयू से अध्ययन करने के बाद उन्होंने वर्ष 1960 से 1979 तक दिल्ली एम्स में सेवाएं दीं। इसके बाद 1989 में उन्हें एम्स स्थित डा राजेंद्र प्रसाद नेत्र विज्ञान केंद्र का प्रमुख नियुक्त किया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.