इस साल प्रदूषण पर करना होगा जोरदार प्रहार
पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) अध्यक्ष भूरेलाल ने कहा है कि इस साल सर्दियों में वायु प्रदूषण पर जोरदार प्रहार करना होगा। कोरोना संक्रमण के इस दौर में हीलाहवाली नहीं की जा सकती। एक्यान प्लान पर गंभीरता और सख्ती से अमल कराना होगा।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) अध्यक्ष भूरेलाल ने कहा कि इस साल सर्दियों में वायु प्रदूषण पर जोरदार प्रहार करना होगा। कोरोना संक्रमण के इस दौर में हीलाहवाली नहीं की जा सकती। एक्शन प्लान पर गंभीरता और सख्ती से अमल कराना होगा।
इससे पहले ईपीसीए अधिकारियों ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के आला अधिकारियों संग ऑनलाइन बैठक की थी। ईपीसीए अध्यक्ष दिल्ली-एनसीआर में शामिल सभी जिलों का दौरा भी कर चुके हैं। इसी आधार पर जिला अधिकारियों को जल्द से जल्द कचरा औैर मलबा हटाने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं 15 अक्टूबर से लागू होने वाले ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तैयार रहने को भी कहा गया है।
भूरेलाल ने बताया कि इस बार कोरोना काल में प्रदूषण से जंग और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है। वजह, कोरोना संक्रमण भी लोगों के फेफड़ों पर वार करता है औैर वायु प्रदूषण भी शरीर के इसी हिस्से पर प्रहार करता है। इनकी दोहरी मार से मृत्यु दर में भी इजाफा हो सकता है। इसलिए कोशिश यह रहेगी, इस साल प्रदूषण नियंत्रण में ही रहे। ऐसी कोई गतिविधि न हो, जिससे हवा में जहर घुले। इसके लिए सभी एजेंसियों और राज्य सरकारों को साफ दिशानिर्देश दे दिए गए हैं। जवाबदेही तय करने के लिए हर विभाग से एक्शन प्लान मांगा गया है। अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह में एक बार फिर से सभी राज्यों के आला अधिकारियों की बैठक बुलाई जाएगी और उस समय की स्थिति पर चर्चा करते हुए आगे की रणनीति बनाई जाएगी।