यूपी के दो इनामी शॉर्प शूटर चढ़े दिल्ली पुलिस के हत्थे, सुनील राठी गैंग से जुड़ा लिंक
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि हत्या के मामले में फरार सुनील राठी गिरोह के बदमाश किसी से मिलने के लिए लोनी गोल चक्कर के पास आएंगे।
नई दिल्ली [लोकेश चौहान]। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उत्तर प्रदेश के सुनील राठी गिरोह के 25-25 हजार रुपये के दो इनामी बदमाशों को गाजियाबाद के लोनी गोलचक्कर के पास से गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान उत्तर प्रदेश के मेरठ के निलोही गांव निवासी अनुभव उर्फ नंदू और हरियाणा के सोनीपत के गांव प्रीतमपुरा निवासी अंशुल उर्फ भूरा के रूप में हुई है। दोनों बदमाश उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के बुढाना थाने में दर्ज हत्या के मामले में वांछित थे।
डीसीपी राजेश देव ने बताया कि सुनील राठी गिरोह के शार्पशूटर उत्तर प्रदेश के बागपत के गांव काकदीपुर निवासी और 75 हजार रुपये का इनामी अनिल उर्फ धनपत, उत्तर प्रदेश के इटावा के बुधाना निवासी सौरभ और बागपत के गांव रथूरा निवासी लविश लखनऊ के मोहनलाल गंज में एक फार्महाउस में छुपे हुए थे। 19 मई 2020 को उनके बीच किसी मामले को लेकर विवाद हुआ। जिसमें अनिल उर्फ धनपत और सौरभ ने मिलकर लवीश की हत्या करके शव को खेत में फेंक दिया था। लवीश की हत्या के बारे में जब उसके चचेरो भाई और शातिर बदमाश उत्तर प्रदेश के बड़ौत के वाजिदपुर गांव निवासी प्रशांत को पता चला, तो उसने अनिल और सौरभ से बदला लेने की योजना बनाई।
प्रशांत ने लविश के दोस्त अनुभव उर्फ नंदू और अंशुल उर्फ भूरा से संपर्क किया। 22 मई को प्रशांत को पता लगा कि अनिल और सौरभ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के गांव मिडकली में स्थित एक ट्यूबवेल में छिपे हुए हैं। प्रशांत, अनुभव और अंशुल के साथ वहां पहुंचा और दोनों पर अंधाधुंध फायरिंग की। अनिल और सौरभ की तरफ से फायरिंग की गई। इसमें सौरभ और प्रशांत की मौत हो गई। मुजफ्फरनगर के बुढाना थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया। जब से अनुभव और अंशुल फरार थे।
6 अगस्त को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि हत्या के मामले में फरार सुनील राठी गिरोह के बदमाश अनुभव और अंशुल उत्तर प्रदेश में किसी से मिलने के लिए लोनी गोल चक्कर के पास आएंगे। सूचना के आधार पर बनाई गई टीम ने दोनों को लोनी गोलचक्कर के पास से दबोच लिया गया। पूछताछ में दोनों ने हत्या में शामिल होना स्वीकार किया।
पूछताछ में अनुभव ने बताया कि कई वर्ष पहले दो छात्र गुटों के बीच हुई झड़प में उसे गिरफ्मतार किया गया था। जेल में वह बर्खास्त पुलिसकर्मी और गैंगस्टर बलराज भाटी से मिला। उसके जरिये वह सुंदर भाटी के एक सहयोगी के संपर्क में आया। वर्ष 2018 में बलराज भाटी नोएडा में एक पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। गिरोह का नेतृत्व खत्म होने के बाद अनुभव अपने परिचित प्रशांत के माध्यम से सुनील राठी गिरोह में शामिल हो गया और लविश के संपर्क में आया। वह हत्या के तीन मामलों सहित सात आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। अंशुल ने बताया कि वह दो वर्ष पहले सुनील राठी के सहयोगी लविश के संपर्क में आया था। जहां वह प्रशांत और अनुभव के साथ मिलकर अपराध करने लगा।