जानिए- क्या है 'इंडियन पंच' जो आपको कर देगा रिफ्रेश
जब आप ग्रेटर नोएडा स्थित क्राउन प्लाजा के स्पाइस आर्ट रेस्त्रां में पहुंचेंगे तो आपका स्वागत इसी ड्रिंक से होगा जिसे पीते ही पल भर में सारी थकान गायब हो जाती है।
नई दिल्ली [मीरा सिंह]। इंडियन पंच का स्वाद कभी लिया है। आप सोच रहे होंगे पंच का स्वाद... लेकिन ऐसा ही है। वह भी मसालेदार चाय, फलों के रस, गुलाब की पंखुड़ी, ड्राई फ्रूट्स की ताजगी से भरपूर पंच। जब आप ग्रेटर नोएडा स्थित क्राउन प्लाजा के स्पाइस आर्ट रेस्त्रां में पहुंचेंगे तो आपका स्वागत इसी ड्रिंक से होगा, जिसे पीते ही पल भर में सारी थकान गायब हो जाती है। उम्दा कलाकार द्वारा पसंदीदा गजलों की प्रस्तुति, खूबसूरत इंटीरियर और मध्यम रोशनी के बीच शेफ हरदेव सिंह द्वारा तैयार नार्थ इंडियन जायकों की लजीजियत ऐसी कि यादगार शाम कभी भूल नहीं पाएंगे।
सीक्रेट मसालों वाला गलौटी कबाब
यहां के गलौटी कबाब का स्वाद जितना उम्दा है, बनाने का तरीका भी उतना ही आसान है। मटन को करीब छह बार मशीन से निकालने के बाद कीमे में गलावट के लिए दो चम्मच कच्चा पपीता पेस्ट मिलाते हैं। फिर उसमें घी, अदरक-लहसुन पेस्ट, जावित्री, लाल मिर्च पाउडर, खस की जड़ पाउडर, नमक समेत दर्जनों सीक्रेट मसाले डाले जाते हैं। उन सब को अच्छी तरह मिलाने के बाद एक दिन के लिए उसे छोड़ दिया जाता है। पैन में थोड़ा घी डालकर कीमे का टिक्का बनाते हैं। गरमागरम रोटी या नान के साथ परोसा जाता है।
गोश्त कोरमा लज्जत-ए-ताम
यह बेसिकली कोरमा है। लज्जत-ए-ताम का मतलब पोटली मसाला है, जिसमें कुछ स्वीट मसाले जैसे अश्वगंधा, मुलेठी, इलायची, पान की जड़, खस की जड़, बाहुबीर का मिश्रण होता है। इससे कोरमा स्पाइसी नहीं लगेगा, लेकिन फ्लेवर का भरपूर आनंद ले पाएंगे। इसमें मखाने का भी इस्तेमाल होता है ताकि ग्रेवी का कलर चेंज न हो। इसे पुलाव, राइस, ब्रेड, बादामी रोटी के साथ खा सकते हैं।
भूल नहीं पाएंगे दो दिन की दाल का स्वाद
अगर आप वेज खाने के शौकीन हैं तो काजू की गलावट, लहसुनी पालक, दालए-खास, दो दिन की दाल, सब्ज बिरयानी, मकई मेथी पालक टिक्का ट्राई कर सकते हैं। हर स्वाद लाजवाब है। इन सब में दो दिन की दाल बेहद खास है। जिसे रेस्त्रां में आने वाला हर व्यक्ति एक बार जरूर चखना चाहता है। दो दिन की दाल नाम ही अपने आप में खास है। दरअसल दाल तैयार करने की प्रक्रिया दो दिनों तक चलती है। जिसकी वजह से इसका यह नाम रखा गया है। इस दाल में सबसे अहम है तड़का।
कबाब में भी कई वैरायटी
सुर्ख मुर्ग टिक्का, चटनी पनीर टिक्का, मकई मेथी के कबाब, दही कबाब, गलौटी कबाब का स्वाद ऐसा है कि जी भर कर खाना चाहेंगे। जिन लोगों को ज्यादा मसालेदार खाने की आदत नहीं उनके लिए यह बिल्कुल परफेक्ट है। दही कबाब हंग कर्ड है। इसमें माइल्ड स्पाइसेज जैसे इलायची, काली मिर्च, अदरक, ग्रीन चिली और्र ंमट डालकर डीप फ्राई किया जाता है, जिससे कबाब बाहर से क्रिस्पी और अंदर से सॉफ्ट हो जाता है। वहीं हैंड मेड मसालों, दही और चिकन से तैयार सुर्ख मुर्ग कबाब तंदूर में पकने के कारण इतना मुलायम हो जाता है कि खाने के बाद पता ही नहीं चलता कि आपने कुछ हैवी खाया है।
मसालों की समझ है जरूरी
शेफ हरदेव नॉथ इंडियन फूड के लिए मशहूर हैं। हरदेव स्कूल के समय मां का हाथ बंटाने के लिए कभी-कभार किचन में जाते तो ऑमलेट या सैंडविच बना लिया करते थे। लेकिन बीते 35 सालों से ये खाने में स्वाद का जादू बिखेरते आ रहे हैं। मसाले का उपयोग अच्छी तरह समझते हैं। तभी तो इनके जायकों में मसालों की खुशबू और स्वाद तो है, लेकिन वे स्पाइसी नहीं होते।