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PM के जलसरंक्षण का ह‍िस्‍सा बनेगा जीडीए, 102 पार्कों में लगेंगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्‍टम

गाज‍ियाबाद के पार्क के चारों ओर रिचार्ज ट्रेंच बनाई जाएगी। ताकि बारिश का पानी उसमें इकट्ठा हो जाए। मिट्टी से छन कर भूगर्भ तक पहुंच जाए। इससे भूजल स्‍तर बढ़ेगा।

By Edited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 07:48 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 02:56 PM (IST)
PM के जलसरंक्षण का ह‍िस्‍सा बनेगा जीडीए, 102 पार्कों में लगेंगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्‍टम
PM के जलसरंक्षण का ह‍िस्‍सा बनेगा जीडीए, 102 पार्कों में लगेंगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्‍टम

गाजियाबाद, (जागरण संवाददाता)। बारिश के पानी को भूगर्भ तक पहुंचाने के लिए जीडीए अपने पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग करेगा। उसके लिए पार्क के चारों ओर रिचार्ज ट्रेंच (गहरी नाली) बनाई जाएगी। ताकि, बारिश का पानी उसमें इकट्ठा हो जाए। मिट्टी से छन कर भूगर्भ तक पहुंच जाए।

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हादसे रोकने के लिए ट्रेंच के ऊपर जाली लगाई जाए। जीडीए के विभिन्न योजनाओं में 102 पार्क हैं। इंदिरापुरम, स्वर्णजयंतीपुरम, इंदिराकुंज, कोयल एंक्लेव में सबसे ज्यादा पार्क हैं। अब तक किसी पार्क में बारिश के पानी को सहेज कर भूगर्भ तक पहुंचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं है।

केंद्र सरकार ने जलशक्ति अभियान के तहत हर सरकारी संस्था को भूगर्भ जल स्तर बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है। इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का प्रावधान पहले से है। जीडीए ने तय किया है कि पार्को में भी वर्षा जल सहेज कर पाताल तक पहुंचाया जाएगा।

तय किया है कि सितंबर तक तीन महीनों में 50 पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए रिचार्ज ट्रेंच बनाई जाएंगी। उससे अगले तीन महीने में बचे हुए पार्कों में यह प्रावधान किया जाएगा। खुले स्थानों पर यही व्यवस्था सबसे उचित है।

रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम न मिलने पर नक्शा होगा निरस्त
जीडीए में 799 भवनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के नाम पर धरोहर राशि जमा कराई गई है। इसमें 300 वर्ग मीटर से अधिक के भवन शामिल हैं। सबसे ज्यादा ग्रुप हाउसिंग हैं। जीडीए अधिकारियों ने बताया कि इन भवनों की जांच की जाएगी। जहां सिस्टम क्रियाशील नहीं है, उसे साफ कराया जाएगा। जिन्होंने रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया है, उन पर कार्रवाई की जाएगी। पहले उन्हें सिस्टम लगाने का समय दिया जाएगा। फिर भी कदम नहीं उठाए जाते तो उत्तर प्रदेश नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम का उल्लंघन मानते हुए नक्शा तक निरस्त किया जा सकता है।

निगम पांचों जोनल कार्यालयों में करेगा व्यवस्था
जिले में 22 सरकारी कार्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा हुआ है। नगर निगम के जोनल कार्यालयों में यह सिस्टम नहीं है। नगर आयुक्त ने बताया कि जल्द ही सिटी, कविनगर, विजयनगर, मोहननगर और वसुंधरा जोन कार्यालय में इसकी व्यवस्था कर दी जाएगी। जीडीए अपने क्षेत्र के सभी पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग करेगा। इसके लिए रिचार्ज ट्रेंच बनाई जाएंगी। दो चरणों में सभी पार्कों में यह इंतजाम किया जाएगा। - कंचन वर्मा, वीसी, जीडीए


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