Weather: बारिश से गिरा 5 डिग्री पारा, जानें- 18 मई तक मौसम विभाग की भविष्यवाणी
भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने बृहस्पतिवार को भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और एनसीआर में बारिश होने की संभावना जताई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Weather Update: एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के प्रभाव से दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region) समेत पूरे उत्तर भारत के मौसम का मिजाज बदल गया है। 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के साथ बुधवार सुबह हुई तेज हुई बारिश ने दिल्ली-एनसीआर के मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलकर रख दिया। वहीं, भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने बृहस्पतिवार को भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और एनसीआर में बारिश होने की संभावना जताई है। बृहस्पतिवार सुबह चल रही ठंडी हवाओं ने लोगों को काफी राहत प्रदान की है। मौसम विभाग के मुताबिक, बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस, जबकि अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। हल्की हवाएं चलेंगी और दिन भर आसमान में बादल बादल छाए रहने की संभावना है जो चढ़ते पारे और चिलचिलाती धूप से लोगों को राहत दिलाएंगे।
शनिवार से फिर बढ़ेगा तामपान, होगी परेशान
वहीं स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत के अनुसार, बुधवार को सुबह के समय हुआ मौसमी बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के असर से था। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ऐसा ही मौसम बना रहेगा। दिल्ली एनसीआर के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती है। इस बीच अधिकतम तापमान 35से 36 डिग्री रह सकता है। हल्की बूंदाबांदी के बीच तापमान कम ही रहेगा। शनिवार से तापमान फिर बढऩा शुरू हो जाएगा।
एयर क्वालिटी में हुआ सुधार
बुधवार सुबह हुई बारिश के चलते राजधानी दिल्ली व गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, बल्लभगढ़, सोहना, सोनीपत रेवाड़ी, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर में भी प्रदूषण में कमी देखने को मिल रही है और वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 24.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री सेल्सियस कम है। आर्द्रता सुबह 8.30 बजे 82 प्रतिशत दर्ज की गई थी। पालम और लोधी रोड वेधशालाओं ने क्रमशः 1.8 और 1.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी।
बुधवार को तेज धूप और गर्मी से जूझ रहे दिल्ली वासियों को बदली फिजा ने खासी राहत दी। पहले तेज झोंकेदार हवा चली और बाद में बारिश ने सुहावने मौसम का एहसास करवाया। इस दौरान काली घटा छाने से एकाएक अंधेरा भी छा गया और वाहन चालकों को हेडलाइट जलानी पड़ी। बृहस्पतिवार को भी मौसम का ऐसा ही मिजाज बना रहेगा। अलबत्ता, शनिवार से गर्मी फिर जोर पकड़ने लगेगी।
जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह सात बजे के लगभग 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा ने ठंडक का एहसास कराया। सड़कों पर चल रहे ट्रैफिक को भी इसकी वजह से धीमा होना पड़ा। साढ़े सात बजे के आसपास मौसम ने करवट ली। घने काले बादल छाने से अंधेरा बढऩे लगा। इसके बाद बारिश शुरु हो गई। इस दौरान ठंडी हवा ने दिल्ली वासियों को गर्मी से खासी राहत दिलाई। बारिश शुरू हुई तो कहीं रिमझिम फुहारों के रूप में और कहीं झमाझम बरसी। हालांकि बाद में मौसम साफ हो गया। यह बात अलग है कि गर्मी के तेवर दिन भर ढीले ही बने रहे।
वहीं, जानकारी सामने आई है कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून सीज़न में औसत की 93 फीसद बारिश होने की उम्मीद है जो कि औसत से कम है। स्काईमेट ने बुधवार को यह दावा किया है। वहीं, मौसम विभाग ने भी माना है कि इस साल मानसून कुछ दिनों की देरी से केरल पहुंचेगा। जाहिर है यह कमजोर मानसून नई सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
स्काईमेट ने बुधवार को दावा किया कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान पिछले दस साल के औसत की बस 93 फीसदी बारिश होगी। इससे पहले मौसम विभाग ने मानसून में औसत की 96 प्रतिशत बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया था। यह भी अनुमान जताया गया है कि इस साल केरल में मानसून पांच दिन की देरी से पहुंचेगा। इस साल मानसून 6 जून तक केरल पहुंचेगा. सामान्य स्थिति में यह एक जून तक पहुंचता है। इस बार मानसून की चाल सुस्त है।
दिल्ली-NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप