मतगणना के लिए अनुभवी कार्यकर्ताओं का चयन करने में जुटीं पार्टियां
उत्तर पूर्वी दिल्ली में चुनाव खत्म होने के बाद अब हर प्रत्याशी और पार्टी को मतगणना के दिन का इंतजार है। इसके लिए भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। भाजपा कांग्रेस और आप की तरफ से अनुभवी कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की जा रही है। इन्हें मतगणना केंद्र पर ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा। हालांकि अभी चुनाव आयोग की तरफ से यह तय नहीं है कि पार्टियों के कितने एजेंटों को अनुमति दी जाएगी।
-नंदनगरी स्थित आइटीआइ केंद्र में बने स्ट्रांग रूम में 23 मई को होगी मतगणना स्वदेश कुमार, पूर्वी दिल्ली
उत्तर-पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षे9 में चुनाव खत्म होने के बाद अब हर प्रत्याशी व पार्टी को मतगणना के दिन का इंतजार है। इसके लिए भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। भाजपा, कांग्रेस और आप की तरफ से अनुभवी कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की जा रही है। इन्हें मतगणना केंद्र पर तैनात किया जाएगा। हालांकि अभी चुनाव आयोग की तरफ से यह तय नहीं है कि पार्टियों के कितने एजेंटों को अनुमति दी जाएगी।
दरअसल मतगणना केंद्र में हर विधानसभा क्षेत्र से आईं ईवीएम में वोटों को गिनने के लिए अलग-अलग टेबल लगाए जाते हैं। हर टेबल पर प्रत्याशी और पार्टी के एजेंट मौजूद होते हैं। जरूरी नहीं कि सभी टेबलों पर सभी प्रत्याशियों के एजेंट ही बैठें, लेकिन जो पार्टी और प्रत्याशी इसे लेकर संवेदनशील होते हैं, वे सभी टेबलों पर अपने एजेंट को बैठाते हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट पर भाजपा, आप और कांग्रेस में कोई भी पार्टी जरा भी जोखिम लेने को तैयार नहीं है। तीनों पार्टियों ने अपने अनुभवी कार्यकर्ताओं की तलाश शुरू कर दी है।
कांग्रेस प्रत्याशी शीला दीक्षित के बेटे और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने बताया कि हम लोग फिलहाल करीब 200 लोगों का चयन कर रहे हैं। इसमें से युवा और अनुभवी कार्यकर्ता को एजेंट बनाया जाएगा। कोशिश यही है कि हमारे ब्लॉक अध्यक्ष और विधानसभा चुनाव लड़ चुके नेताओं को इस कार्य में लगाया जाए। चुनाव अधिकारी की तरफ से जितने एजेंट की अनुमति दी जाएगी, उतने तैनात कर दिए जाएंगे।
वहीं इस संबंध में भाजपा के जिलाध्यक्ष और मनोज तिवारी के चुनाव एजेंट अजय महावर ने सभी विधानसभा संयोजकों के साथ बैठक की। बैठक में अनुभवी लोगों को एजेंट बनाने के लिए सभी से नाम मांगे गए। इनमें से नामों की छंटनी की जाएगी। अजय महावर ने कहा कि इसके लिए सक्रिय और जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 80 से 100 लोगों का चयन किया जाएगा। वहीं, आप प्रत्याशी दिलीप पांडेय ने भी कहा कि चुनाव एजेंटों का चयन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
दरअसल मतगणना के दौरान ऐसे कार्यकर्ताओं को बैठाया जाता है, जो इवीएम की समझ रखते हैं और जिनकी गणना अच्छी है। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि गणना होने के बाद किसी प्रत्याशी को जीता हुआ घोषित कर दिया जाता है, लेकिन चुनाव एजेंट फिर से गणना करवाते हैं तो उसमें अंतर आ जाता है। पिछले निगम चुनाव में सुभाष मोहल्ला सीट पर कुछ ऐसा ही हुआ था। पहले आप की रेखा त्यागी को हारा हुआ घोषित कर दिया गया था, लेकिन फिर से गणना हुई तो वह विजेता बन गईं। इस वजह से पार्टियां चुनाव एजेंट को गंभीरता से ले रही हैं।
गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली का मतगणना केंद्र नंदनगरी स्थित आइटीआइ केंद्र में बनाया गया है। यहां सभी दस विधानसभा क्षेत्रों से पहुंची ईवीएम को रखा गया है। 23 मई को यहीं पर मतगणना होगी।