पुलिस के हत्थे चढ़े दो अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरफ्तार
जागरण संवाददाता दक्षिणी दिल्ली दक्षिणी-पूर्वी जिला पुलिस ने लग्जरी कारों की चोरी करने वाले
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली :
दक्षिणी-पूर्वी जिला पुलिस ने लग्जरी कारों की चोरी करने वाले दो अंतरराज्यीय वाहन चोरों को गिरफ्तार किया। चोरी की कारों को आरोपित जैतपुर के यमुना खादर में छिपाते थे। इनकी निशानदेही पर दो इनोवा व दो होंडा सिटी समेत आठ लग्जरी कारें वहीं से बरामद की गई हैं। दो माह में दिल्ली-एनसीआर से आरोपित 20 से ज्यादा लग्जरी कार चोरी कर चुके हैं। डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि रविवार रात पुलिस को कुख्यात वाहन चोरों के क्षेत्र में आने की सूचना मिली। इसके चलते कालिंदी कुंज पर नोएडा की तरफ से आने वाले वाहनों की चे¨कग शुरू की गई। बिना नंबर प्लेट की मारुति वैगनऑर कार को चे¨कग के लिए रोकने की कोशिश की तो आरोपितों ने गाड़ी दौड़ा दी। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर थोड़ा आगे कार को घेर लिया और एक आरोपित शाहरुख निवासी मेरठ को गिरफ्तार किया, जबकि उसका साथी आसिम उर्फ हासिम निवासी मेरठ मौके से फरार हो गया। पूछताछ में शाहरुख ने बरामद वैगनऑर कार सीआर पार्क थानाक्षेत्र से चोरी करने की बात कबूली। उसके कब्जे से पिस्टल व कारतूस भी बरामद हुए, वहीं पुलिस टीम फरार हुए आसिम के पीछे भी लगी हुई थी। सोमवार को उसे खड्डा कॉलोनी, जैतपुर से गिरफ्तार किया गया। दोनों की निशानदेही पर चे¨कग के दौरान पकड़ी गई वैगनऑर कार समेत कुल आठ चोरी की कारें बरामद की गईं।
हापुड़ व मेवात के हैं इनके आका
पूछताछ में पता चला है कि इनके आका आस मोहम्मद निवासी हापुड़ व जुहूर निवासी मेवात हैं। इन्हीं की डिमांड पर ये दोनों गाड़ियां चुराते थे। आस मोहम्मद व जुहूर गाड़ी के मॉडल के हिसाब से इन्हें वैकल्पिक ईसीएम मुहैया कराते थे। इसके बाद रात के अंधेरे में कार को चिन्हित करते थे, जो कार इन्हें चोरी करनी होती थी। रात में पहले उसके बराबर में अपनी कार खड़ी करते थे। शीशा तोड़कर गाड़ी का दरवाजा खोलने के बाद ड्रिल मशीन से कार का लॉक खोलते थे। इसके बाद वैकल्पिक ईसीएम से उस गाड़ी को स्टार्ट करने के बाद लेकर फरार हो जाते थे। वाहन चुराने के बाद हासिम आकाओं तक उसे पहुंचाता था और शाहरुख दूसरी कार लेकर रवाना होता था। गाड़ियों के श्रेणी के हिसाब से इन्हें प्रत्येक वाहन चोरी करने पर 20 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक मिलते थे। हासिम वर्ष 2007 में पुलिस टीम पर फाय¨रग करने के मामले में लाजपत नगर थाने से जेल जा चुका है। उसे वैकल्पिक ईसीएम से वाहन स्टार्ट कर चोरी करने में महारत हासिल है। पूर्व में उसके खिलाफ वाहन चोरी के कुल 36 मुकदमे दर्ज हैं।
ऊंचे दाम पर बेचते थे चोरी की कार
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आस मोहम्मद व जुहूर प्रत्येक गाड़ी के फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे। पहले वे मशीन के जरिये गाड़ी पर फर्जी इंजन व चेचिस नंबर गोदते थे। इसके बाद उसी हिसाब से गाड़ी की आरसी व अन्य दस्तावेज तैयार करते थे। इस तरह यह चोरी की गाड़ियों को जैनुअन बताकर बेचते थे। ऐसा करने से इन्हें प्रत्येक गाड़ी के एवज में अच्छी खासी रकम मिल जाती थी। ये यमुना खादर क्षेत्र में ग्राहकों को लाकर गाड़ियां दिखाते थे।