बदल गए डीएम-एडीएम, वेबसाइट पर पुराने नाम हैं दर्ज
जब पूरे देश में डिजिटल इंडिया दौर चल रहा है उसके बाद भी राजधानी दिल्ली में सरकारी वेबसाइट नियमित अंतराल पर अपडेट नहीं हो रही हैं। यमुनापार में प्रशासन के तीनों जिलों में जिलाधिकारी (डीएम) अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) और एसडीएम के तबादले कई महीने पहले हुए लेकिन सरकारी वेबसाइट स्त्रद्गद्यद्धद्ब.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर पुराने अधिकारियों के नाम दर्ज हैं।
शुजाउद्दीन, पूर्वी दिल्ली : जब पूरे देश में डिजिटल इंडिया दौर चल रहा है, उसके बाद भी राजधानी दिल्ली में सरकारी वेबसाइट नियमित अंतराल पर अपडेट नहीं हो रही हैं। यमुनापार में प्रशासन के तीनों जिलों में जिलाधिकारी (डीएम), अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) और एसडीएम के तबादले कई महीने पहले हुए, लेकिन सरकारी वेबसाइट स्त्रद्गद्यद्धद्ब.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर पुराने अधिकारियों के नाम दर्ज हैं।
दिल्ली सरकार ने कुछ वर्ष पहले एक नोटिस जारी कर कहा था प्रशासन की वेबसाइट पर डीएम, एडीएम और एसडीएम के फोन नंबर लिखे होंगे। कोई समस्या होने पर जनता सीधे अधिकारियों के फोन नंबर पर संपर्क कर सकेगी। नए अधिकारियों को पदभार संभाले हुए काफी समय हो चुका है, लेकिन वेबसाइट पर न तो उनके नाम और न ही फोन नंबर वेबसाइट पर दर्ज हैं।
डीएम को जिले का सबसे बड़ा अधिकारी कहा जाता है, लेकिन वेबसाइट पर नए अधिकारी का नाम दर्ज नहीं है। वेबसाइट पर पूर्वी जिले के डीएम के. महेश का नाम दर्ज है, जो पहले डीएम थे। वे शाहदरा और पूर्वी दोनों जिलों का काम देख रहे थे। करीब एक माह पहले शाहदरा में नए जिलाधिकारी कुलदीप पक्कड़ की नियुक्ति हुई। इसके बाद के. महेश के पास सिर्फ पूर्वी जिला का प्रभार है। पूर्व एडीएम रजनीश ¨सह के तबादले के बाद अजय कुमार ने पदभार संभाला। जनवरी में उनके तबादले के बाद कमलेश ने कार्यभार संभाला। इसके बावजूद वेबसाइट पर नाम और फोन नंबर रजनीश सिंह का ही दर्ज है। एसडीएम सीमापुरी सुभाष चंद्र भी बदल चुके हैं, लेकिन उनका नाम भी वेबसाइट पर है। शाहदरा के डीएम और एडीएम के कार्यालय के फोन नंबर पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हुई। वहीं पूर्वी जिलाधिकारी के. महेश ने कहा कि वेबसाइट अपडेट कर पूर्वी जिले के एडीएम का नाम सही करवाया जाएगा। पूर्व अधिकारियों के फोन नंबर पर शिकायतें
वेबसाइट पर पूर्व डीएम, एडीएम और एसडीएम के नाम और नंबर हैं। अगर कोई व्यक्ति उन नंबरों पर अपनी शिकायत दर्ज करवा रहा है तो अधिकारी कहते हैं वे कुछ नहीं कर सकते।