ICC World Cup 2019: भारत के वो 5 स्टार खिलाड़ी जिन्हें कभी नहीं मिला वर्ल्ड कप में खेलने का मौका!
ICC World Cup 2019क्रिकेट में कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं जिन्हें लाख कोशिशों के बाद भी वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बनने का सौभाग्य नहीं मिल पाया।
नई दिल्ली, जेएनएन। ICC World Cup 2019: हर क्रिकेट खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने करियर में क्रिकेट का महाकुंभ यानी वर्ल्ड कप में अपनी राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करे। कुछ खिलाड़ियों का यह सपना पूरा हो जाता लेकिन कई ऐसे भी स्टार खिलाड़ी होते हैं जिनका यह सपना अधूरा ही रह जाता है। क्रिकेट में कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं जिन्हें लाख कोशिशों के बाद भी वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बनने का सौभाग्य नहीं मिल पाया।
भारतीय टीम क्रिकेट की दुनिया की सबसे बेहतरीन टीमों में से एक है। टीम इंडिया अभी तक दो बार वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी है। भारत ने पहली बार साल 1983 में खिताब अपने नाम किया था। उसके बाद साल 2011 में दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनी। इसके अलावा कई बार वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह बना चुकी है। भारत ने क्रिकेट को कई वर्ल्ड क्लास खिलाड़ी भी दिए हैं। जाहिर है भारतीय खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी प्रतियोगिता से गुजरना पड़ता है।
ऐसे में हम आज बात करेंगे उन दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन से छाप तो छोड़ी लेकिन वह क्रिकेट के इस सबसे बड़े मंच पर अपनी चमक बिखेरने से चूक गए।
मुरली कार्तिक
कई ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिनके टेलेंट के बावजूद टीम में जगह मिलना मुश्किल हो जाता है। मुरली कार्तिक भी उन्हीं खिलाड़ियों में से एक रहे। उनके समय भारत के पास हरभजन सिंह और अनिल कुंबले जैसे स्पिनर्स मौजूद थे, जिस वजह से कार्तिक को कम मौके मिले। इस स्पिनर ने टीम इंडिया में कई बार अहम भूमिका निभाई और टीम को कई मैच जीताए हालांकि, उनका करियर लंबा नहीं चल सका।
कार्तिक ने अपने करियर में भारत के लिए 8 टेस्ट, 37 वनडे और एक टी20 मैच खेला है।
अमित मिश्रा
अमित मिश्रा की कहानी मुरली कार्तिक से अलग नहीं है। ये स्पिनर हरभजन सिंह और अनिल कुंबले की टीम में मौजूदगी की वजह से भारतीय टीम में डेब्यू ही नहीं कर सका। लेकिन फिर कुंबले के चोटिल होने पर मिश्रा को मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू का मौका मिला। उस मैच में मिश्रा सबसे ज्यादा विकेट झटकने वाले गेंदबाज बनकर उभरे। हालांकि, इसके बावजूद मिश्रा की जगह वनडे टीम में अश्विन को चुना गया। यहां तक कि वर्ल्ड कप में भी अश्विन का चयन हुआ।
ईशांत शर्मा
साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ईशांत शर्मा ने ड्रीम डेब्यू किया। इसके बाद उन्हें टीम इंडिया में खेलने के कई मौके दिए गए। हालांकि ज्यादातर तेज गेंदबाजों की तरह ईशांत भी अपने करियर में चोट से जूझते रहे। ये तेज गेंदबाज आज भी भारतीय टेस्ट टीम का अहम हिस्सा है लेकिन अब उन्हें भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह जैसे पेसर्स की मौजूदगी में वनडे में कम ही मौके मिलते हैं।
चेतेश्वर पुजारा
एक समय में ऐसा माना जा रहा था कि पुजारा टीम में राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे। हालांकि, पुजारा का करियर उससे कहीं आगे बढ़ा। पुजारा इस वक्त भारतीय टेस्ट टीम के अहम खिलाड़ी हैं। बेहतरीन करियर होने के बावजूद उनको वनडे टीम में मौका नहीं दिया जाता है। और यह भी सच है कि पुजारा क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट में कुछ खास छाप नहीं छोड़ पाए हैं। पुजारा ने कुल 5 वनडे खेले और सिर्फ 51 रन ही बना पाए।
वीवीएस लक्ष्मण
भारत के भरोसेमंद बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण की गिनती उन चुनिंदा खिलाड़ियों में होती है जो खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण का भी बड़ी आसानी से सामना कर सकते हैं। एक समय में वह 'फैब फोर' में शुमार थे। उस समय सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण को भारत का फैब फोर कहा जाता था। टेस्ट करियर में 134 मैचों में 8781 रन लक्ष्मण के नाम हैं। हालांकि वह तीन वर्ल्ड कप के लिए चुनी जाने वाली भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बन सके।
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