India vs SA: मुश्किल में मार्करम की टीम, आसान नहीं होगा विराट सेना पर चुनौती पाना
द. अफ्रीका के खिलाफ भारत के पास इतिहास रचने का मौका।
केपटाउन, प्रेट्र। चोट की चपेट में फंसे मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3-0 की ऐतिहासिक बढ़त बनाने के लिए टीम इंडिया बुधवार को केपटाउन में छह मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा मुकाबला खेलने उतरेगी। मेहमान टीम डरबन और सेंचुरियन में खेले गए दोनों वनडे जीतकर 2-0 की बढ़त हासिल कर चुकी है जिससे मेजबान टीम में खलबली मची हुई है।
रिकॉर्ड बना, इतिहास रचने पर निगाहें : दक्षिण अफ्रीका में आज से पहले कभी भी किसी द्विपक्षीय सीरीज में भारत लगातार तीन वनडे जीतने में सफल नहीं रहा है। इससे पहले भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसके घर में केवल दो मौकों पर 1992-93 और 2010-11 में किसी वनडे सीरीज के दौरान दो मुकाबले जीतने में सफल रही थी। 1992-93 में भारत को 2-1 की बढ़त हासिल हुई थी लेकिन उसे सीरीज 2-3 से गंवानी पड़ी थी। वहीं दूसरे मौके पर उसे 2-5 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। यानी विराट ब्रिगेड के पास इतिहास रचने का मौका होगा। अगर तीसरे वनडे में भारत को जीत मिलती है तो यह उसकी यहां तीसरी जीत होगी। 1992 से लेकर अब तक केपटाउन में भारत ने खेले अपने चार वनडे में से दो जीते हैं और इतने ही हारे हैं।
गहरी चोट झेल रहे हैं मेजबान : दक्षिण अफ्रीका की टीम इस सीरीज में सिलसिलेवार चोट की चपेट में फंस चुकी है। वनडे सीरीज से पहले एबी डिविलियर्स चोटिल होकर बाहर हुए थे। वहीं पहले वनडे के बाद कप्तान फाफ डु प्लेसिस और दूसरे वनडे के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डि कॉक चोट की चपेट में फंसकर सीरीज से बाहर हो चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि डि कॉक के बैकअप के तौर टीम से जुड़े हेनरिक क्लासेन को तीसरे वनडे में पदार्पण करने का मौका मिलेगा जो दक्षिण अफ्रीका के घरेलू वनडे टूर्नामेंट में तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। डि कॉक भारत के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज की आठ पारियों में 50 रनों का आंकड़ा भी नहीं पार पाए थे।
फिरकी की फांस से निकलने की चुनौती : दक्षिण अफ्रीका की टीम भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की फिरकी पर नाचती नजर आई है जिन्होंने शुरुआती दो वनडे में कुल 13 विकेट हासिल किए हैं। पिछले मुकाबले में चहल की चमक के सामने फीके दिखे कार्यवाहक कप्तान एडेन मार्करैम एक बार फिर खुद को बल्लेबाजी क्रम में आगे आ सकते हैं। साथ ही फिरकी की फांस से बचने के लिए मेजबान टीम फरहान बहरदीन को जोंडो की जगह तीसरे वनडे में उतार सकती है जो पिछले वनडे में 45 गेंदों पर 25 रन ही बना पाए थे। वही कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि जोंडो को एक और मौका देकर खराब दौर से गुजर रहे डेविड मिलर को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
फाफ डु प्लेसिस ने पहले वनडे की हार के बाद कहा था कि अंतिम 11 में एक साथ दो स्पिनर को रखना मुश्किल काम है लेकिन दूसरे वनडे में मार्करैम ने ताहिर के साथ शम्सी को भी मौका दिया था जो कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए।
फिर बिना परिवर्तन के उतरेगी टीम इंडिया : कप्तान विराट कोहली पिछले 35 टेस्ट में 35 अलग-अलग टीम के साथ मैदान पर उतरे हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के दोनों मुकाबलों में बिना परिवर्तन के उतरे हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि यहां भी वो शायद ही कोई बदलाव करें। उधर रैंकिंग के खेल में टीम इंडिया सेंचुरियन वनडे जीतकर फिलहाल पहले स्थान पर पहुंच गई है और अगर केपटाउन में भी उसने जीत हासिल की तो फिर उसके और दक्षिण अफ्रीका के बीच फासला और बढ़ जाएगा। वहीं अगर दक्षिण अफ्रीका की टीम तीसरे वनडे को जीतने में सफल रही तो फिर वो वापस नंबर की कुर्सी हथिया लेगी।
टीमें :
भारत- विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयर अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, एमएस धौनी (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, मुहम्मद शामी और शार्दुल ठाकुर।
दक्षिण अफ्रीका- एडेन मार्करैम (कप्तान), हाशिम अमला, जेपी डुमिनी, डेविड मिलर, मोर्नी मोर्केल, क्रिस मॉरिस, लुंगी, एंदिल फेलुक्वायो, कैगिसो रबादा, इमरान ताहिर, तबरेज शम्सी, जोंडो, फरहान बहरदीन और हेनरिक्स क्लासेन।