आज दो कप्तानों के बीच होगी अस्तित्व की लड़ाई
दो राष्ट्रीय कप्तानों के लिए अस्तित्व की लड़ाई के मैच में विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर आज महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी वाली राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स से भिड़ेगी तो दोनों का लक्ष्य जीत की राह पर लौटने का होगा।
बेंगलुरु, प्रेट्र। दो राष्ट्रीय कप्तानों के लिए अस्तित्व की लड़ाई के मैच में विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर आज महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी वाली राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स से भिड़ेगी तो दोनों का लक्ष्य जीत की राह पर लौटने का होगा।
भारतीय क्रिकेट के दोनों सुपरस्टार के लिए आइपीएल का मौजूदा सत्र अच्छा नहीं रहा, क्योंकि दोनों की टीमें अपेक्षा पर खरा उतरने में नाकाम रही हैं। सात मैचों में दो जीत के बाद बेंगलूर चार अंक लेकर अंकतालिका में सातवें तो पुणे नौ मैचों में तीन जीत के बाद छह अंक के साथ छठे स्थान पर है।
बेंगलुरु का दारोमदार एक बार फिर बल्लेबाजों पर होगा, जिनमें क्रिस गेल, कप्तान विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, लोकेश राहुल और शेन वॉटसन शामिल हैं। इस प्रारूप के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में शुमार गेल टी-20 विश्व कप के बाद से ही अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। बेंगलूर की समस्या उसकी गेंदबाजी है। वॉटसन अभी तक नौ और युजवेंद्र चहल पांच विकेट ले चुके हैं, लेकिन उनका इकनॉमी रेट क्रमश: 8.60 व 8.89 रहा है। तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन को अंतिम एकादश में उतारा जा सकता है, जिससे डेथ ओवरों में विराट के पास विकल्प बढ़ेंगे।
उधर, लगातार चार हार के बाद मिली जीत से धौनी एंड कंपनी का हौसला बढ़ा है। फॉफ डुप्लेसिस, केविन पीटरसन, स्टीवन स्मिथ और मिशेल मार्श को लगी चोट से धौनी की रणनीति पर असर पड़ा है, लेकिन उस्मान ख्वाजा के आने से उन्हें राहत मिलेगी। उस्मान और जॉर्ज बेली पुणे टीम को वह मजबूती दे सकते हैं जिसकी उसे जरूरत है। पुणे को अब हर मैच जीतने की जरूरत है और खिलाडिय़ों को बखूबी पता है कि अब किसी कोताही की गुंजाइश नहीं है।