जीत की राह पर लौटने को बेकरार कोलकाता नाइटराइडर्स
गौतम की चुनौती का सामना करेंगे ग्लेन मैक्सवेल
विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। आइपीएल-10 का बिगुल बजे यूं तो एक हफ्ते से अधिक समय हो चुका है, लेकिन एशियाई क्रिकेट के मक्का ईडन गार्डेंस में इसकी गूंज गुरुवार को सुनाई देगी, जब मेजबान कोलकाता नाइडराइडर्स (केकेआर) और किंग्स इलेवन पंजाब जोर आजमाइश करने उतरेंगे। रिकॉर्ड बेशक मेजबान टीम के साथ हैं। केकेआर ने अब तक यहां हुए 19 मुकाबलों में 13 जीते हैं, जबकि छह में हार का मुंह देखा है। लेकिन पिछले सीजन से नए अवतार में नजर आ रही पंजाब को कमतर आंकना बेमानी होगी।
अभी टूर्नामेंट शुरुआती दौर में है इसलिए दोनों टीमों की परस्पर तुलना करना जल्दबाजी होगी, लेकिन पहले दो मैचों के प्रदर्शन के आधार पर इतना जरूर कहा जा सकता है कि शुरुआती दोनों मैच जीतने वाली पंजाब अधिक संतुलित दिख रही है और वह वहां जीत की हैट्रिक करने को कोई कसर नहीं छोड़ेगी। दूसरी ओर हमेशा आगे रहकर टीम का नेतृत्व करने वाले गौतम गंभीर की केकेआर भी पिछले मैच में मुंबई से हार के बाद जीत की राह पर लौटने को बेताब है।
केकेआर में हो सकते हैं बदलाव
केकेआर में कई बदलाव देखने को मिलें तो हैरत नहीं होनी चाहिए। कंधे की चोट के कारण सलामी बल्लेबाज क्रिस लिन का खेलना संदिग्ध है। यह मेजबान टीम के लिए जबर्दस्त झटका है। लिन ने गुजरात के खिलाफ पहले मैच में 41 गेंदों में नाबाद 93 रन बनाए थे, वहीं मुंबई के खिलाफ दूसरे मैच में भी 32 रनों की उपयोगी पारी खेली थी। उनकी अनुपस्थिति में गंभीर पुराने साथी रॉबिन उथप्पा के साथ पारी की शुरुआत कर सकते हैं। वैसे मनीष पांडे का पिछले मैच में फॉर्म में लौटना टीम के लिए अच्छी बात है। मनीष ने नाबाद 81 रनों की पारी खेली थी। मध्यक्रम में सूर्य कुमार यादव और यूसुफ पठान को जिम्मेदारी लेनी होगी। गंभीर लिन की अनुपस्थिति में बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए ऑलराउंडर शाकिब अल हसन को अंतिम एकादश में शामिल कर सकते हैं।
गेंदबाजी को लेकर चिंता अधिक
मेजबान टीम गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण को लेकर चिंतित होगी। केकेआर के गेंदबाजों ने पहले दोनों मैचों में 180 रन लुटाए हैं। पिछले मैच में क्षेत्ररक्षण भी औसत दर्जे का रहा। स्टार स्पिनर सुनील नरेन (दो मैचों में एक विकेट) अब तक फीके रहे हैं। हालांकि उमेश यादव का चोट से उबरकर टीम से जुडऩा अच्छी खबर है। पेस बैटरी ट्रेंट बोल्ट और क्रिस वोक्स पहले दो मैचों में फेल रही है इसलिए नए गेंदबाजों को आजमाया जा सकता है। वैसे ईडन की स्पिन फ्रेंडली पिच पर नरेन-शाकिब की जोड़ी कारगर साबित हो सकती है।
संतुलित दिख रही पंजाब की टीम
दूसरी तरफ मेहमान टीम जीत का सिलसिला जारी रखना चाहेगी। पंजाब बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों लिहाज से ही संतुलित दिख रही है। दोनों ही मैचों में उसके गेंदबाजों ने ज्यादा रन नहीं लुटाए, वहीं बल्लेबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। बल्लेबाजी की रीढ़ शानदार फॉर्म में चल रहे कप्तान मैक्सवेल हैं। उन्होंने पुणे के खिलाफ नाबाद 44 एवं मुंबई के खिलाफ नाबाद 43 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला ने बेंगलूर के खिलाफ पिछले मैच में नाबाद 58 रन बनाए। पंजाब के निचले क्रम को बल्लेबाजी करने की अब तक नौबत ही नहीं आई है। टीम ने दोनों मैच लक्ष्य का पीछा करके जीते हैं। ऐसे में उसके लिए टॉस महत्वपूर्ण होगा।
ऋद्धिमान साबित हो सकते हैं 'डार्क हार्स'
पंजाब के लिए उसके विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा 'डार्क हार्स' साबित हो सकते हैं, जो लोकल ब्वॉय होने के कारण ईडन की परिस्थितियों से भली-भांति वाकिफ हैं। पंजाब की गेंदबाजी का दारोमदार मुख्य रूप से मध्य गति के गेंदबाज संदीप शर्मा व मोहित शर्मा, तेज गेंदबाज वरुण एरोन व स्पिनर अक्षर पटेल पर होगा।