IND vs ENG: लॉर्ड्स में सीरीज का स्कोर बराबर करना चाहेगी टीम इंडिया
इन दोनों टीमों के बीच 17 टेस्ट मैच लॉर्ड्स पर हुए हैं। इनमें से 11 इंग्लैंड ने जीते, दो भारत ने जीते, जबकि चार मैच ड्रॉ रहे
नई दिल्ली, जेएनएन। पहला टेस्ट मैच हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम गुरुवार से लॉर्ड्स पर शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड के सामने होगी तो उसकी कोशिश अपने बल्लेबाजों के जिम्मेदारी भरे प्रदर्शन के दम पर जीत की राह पर लौटने की होगी।
कप्तान विराट कोहली को अगर बर्मिघम में बाकी बल्लेबाजों से सहयोग मिला होता तो हालात कुछ अलग ही होते। दुनिया की नंबर एक टीम भारत पहले टेस्ट में बढ़त लेने के करीब पहुंची थी, लेकिन कप्तान को छोड़कर बाकी बल्लेबाजों की नाकामी की वजह से 31 रन से चूक गई।
बाहर रह सकते हैं उमेश
भारतीय ड्रेसिंग रूम में माहौल आत्मविश्वास से भरा है। मैच के दो दिन पहले लॉर्ड्स पर काफी घास थी, लेकिन गुरुवार को पहली गेंद फेंके जाने से पहले इसकी छंटाई होने की उम्मीद है। यदि ऐसा नहीं भी होता है तो यह माना जा रहा है कि पिच सूखी ही होगी। भारतीय खेमे को ऐसे में अपनी गेंदबाजी की रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा।
पहले टेस्ट में बल्लेबाजों के नाकाम रहने के बावजूद गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने अतिरिक्त बल्लेबाज को उतारने की संभावना से इन्कार किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि दूसरे स्पिनर पर विचार हो सकता है। ऐसे में उमेश यादव को बाहर रहना पड़ सकता है, क्योंकि इशांत शर्मा, मुहम्मद शमी और हार्दिक पांड्या तेज गेंदबाजी का जिम्मा संभालेंगे।
दूसरे स्पिनर की दुविधा
भारतीय टीम अपनी अंतिम एकादश में यदि दो स्पिनर खिलाती है तो उसके लिए दूसरे स्पिनर को चुनना दुविधा का काम होगा। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पहले टेस्ट में शानदार गेंदबाजी की थी, ऐसे में उनका खेलना तय है।
वहीं, पिछली बार रवींद्र जडेजा ने 2014 में लॉर्ड्स पर खेलते हुए दोनों पारियों में तीन विकेट लिए थे, लेकिन दूसरी पारी में 68 रन बनाए थे, जिससे भारत मैच जीतने वाला स्कोर बनाने में कामयाब रहा।
कुलदीप यादव की भी अनदेखी नहीं की जा सकती। उन्होंने नेट पर कप्तान कोहली को गेंदबाजी करके कई मौकों पर उन्हें परेशान किया। कप्तान ने उनकी गेंदबाजी की तारीफ की है और इंग्लैंड में कलाई की स्पिन गेंदबाजी काफी कारगर साबित हो सकती है।
तीसरे नंबर का पेंच फंसा
बल्लेबाजी क्रम में भी कोहली के सामने कठिन चुनौती है। कप्तान ने पहले टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा पर शिखर धवन को तरजीह दी, जिससे केएल राहुल को अंतिम एकादश में जगह मिली। तीसरे नंबर के लिए प्रयोग टीम प्रबंधन के लिए कोई नई बात नहीं है।
इससे पहले 2014-15 में कोहली और रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में चौथे टेस्ट में पुजारा की जगह तीसरे नंबर पर रोहित शर्मा को उतारा था। इसके बाद बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में भी यह प्रयोग जारी रहा, लेकिन अगले दो टेस्ट में अजिंक्य रहाणे को तीसरे नंबर पर उतारा गया।
पुजारा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2015 की घरेलू सीरीज में तीसरे नंबर पर लौटे और छह टेस्ट तक यही क्रम जारी रहा। इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ 2016 में सेंट लूसिया टेस्ट में उन्हें फिर बाहर कर दिया गया। कोहली उस मैच में तीसरे नंबर पर उतरे और दो पारियों में तीन और चार रन बनाए।
टीम प्रबंधन को अब यह तय करना है कि इस सत्र में काउंटी क्रिकेट खेलने वाले पुजारा के लिए अंतिम एकादश में जगह है या नहीं। पहले टेस्ट में धवन सिर्फ 26 और 13 रन बना सके, जबकि राहुल ने चार और 13 रन बनाए। भारतीय खेमे के अनुसार एजबेस्टन की पिच कठिन थी, लिहाजा यह प्रयोग जारी रह सकता है।
इंग्लैंड और भारत के बीच अब तक 118 टेस्ट मैच अब तक खेले गए हैं। इनमें से 44 इंग्लैंड ने जीते, 25 भारत ने जीते, जबकि 49 ड्रॉ रहे। इंग्लैंड में भारत और इंग्लैंड के बीच अब तक 58 टेस्ट मैच खेले गए हैं। इनमें 31 इंग्लैंड ने जीते, छह भारत ने जीते और 21 ड्रॉ रहे। इन दोनों टीमों के बीच 17 टेस्ट मैच लॉर्ड्स पर हुए हैं। इनमें से 11 इंग्लैंड ने जीते, दो भारत ने जीते, जबकि चार मैच ड्रॉ रहे।
टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, दिनेश कार्तिक, रिषभ पंत, करुण नायर, हार्दिक पांड्या, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, इशांत शर्मा, उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर, मुहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह।