विजय हजारे ट्राफी 2021-22: उत्तर प्रदेश को हराकर हिमाचल प्रदेश सेमीफाइनल में, तमिलनाडु ने भी मारी बाजी
सलामी बल्लेबाज एन जगदीशन के शतक और तेज गेंदबाज रघुपति सिलामबरासन के चार विकेट की मदद से तमिलनाडु ने कर्नाटक को 151 रन से करारी शिकस्त देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। तमिलनाडु ने इस मैच में शुरू से आखिर तक दबदबा बनाए रखा।
जयपुर, प्रेट्र। सलामी बल्लेबाज प्रशांत चोपड़ा एक रन से शतक से चूक गए, लेकिन उनके और निखिल गंगटा के बीच दूसरे विकेट की शतकीय साझेदारी की बदौलत हिमाचल प्रदेश ने विजय हजारे ट्राफी के पहले क्वार्टर फाइनल में मंगलवार को यहां उत्तर प्रदेश को पांच विकेट से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। उत्तर प्रदेश के 208 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हिमाचल ने प्रशांत की 141 गेंद में 10 चौकों और दो छक्कों से 99 रन की पारी के अलावा निखिल (58 रन, 59 गेंद, पांच चौके, तीन छक्के) के साथ उनकी 122 रन की साझेदारी की बदौलत 27 गेंद शेष रहते पांच विकेट पर 208 रन बनाकर जीत दर्ज की।
उत्तर प्रदेश की टीम रिंकू सिंह (102 गेंदों में 76 रन, छह चौके) के अर्धशतक के बावजूद नौ विकेट पर 207 रन ही बना सकी थी। भुवनेश्वर कुमार (46) और अक्षदीप नाथ (32) ने भी उपयोगी पारियां खेली। हिमाचल की ओर से तेज गेंदबाज विनय गलेतिया ने 19 रन देकर तीन जबकि सिद्धार्थ शर्मा ने 27 रन देकर दो विकेट हासिल किए। पंकज जायसवाल ने भी 43 रन देकर दो विकेट चटकाए।
हिमाचल के कप्तान ऋषि धवन ने टास जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया जिसे विनय ने सही साबित करते हुए 15वें ओवर में उत्तर प्रदेश का स्कोर चार विकेट पर 39 रन कर दिया। विनय ने सलामी बल्लेबाज आर्यन जुयाल (09) को बोल्ड करने के बाद कप्तान करन शर्मा (00) और समीर रिज्वी (05) को एलबीडब्ल्यू किया जबकि सिद्धार्थ ने सलामी बल्लेबाज अभिषेक गोस्वामी (17) को एलबीडब्ल्यू किया।
अक्षदीप और रिंकू ने टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया लेकिन सिद्धार्थ ने अक्षदीप को पंकज जायसवाल के हाथों कैच कराके 64 रन की साझेदारी को तोड़ दिया।रिंकू ने इसके बाद भुवनेश्वर के साथ भी छठे विकेट के लिए 75 रन की साझेदारी की। रिंकू को जसवाल ने आकाश वशिष्ठ के हाथों कैच कराके उनकी पारी का अंत किया। भुवनेश्वर ने हालांकि धवन की पारी की अंतिम गेंद पर बोल्ड होने से पहले कुछ आकर्षक शाट खेलकर टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। उन्होंने 52 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का जड़ा।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे हिमाचल को प्रशांत और शुभम अरोड़ा (19) ने पहले विकेट के लिए 54 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई। शिवम मावी (3/34) ने 18वें ओवर में शुभम को भुवनेश्वर के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। प्रशांत और निखिल ने इसके बाद शतकीय साझेदारी करके हिमाचल को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। हिमाचल को जब जीत के लिए 32 रन की दरकार थी तब अंकित राजपूत (52 रन पर दो विकेट) ने निखिल को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ा और फिर इसी ओवर में धवन (00) को भी पवेलियन भेजा।
मावी ने प्रशांत का अक्षदीप के हाथों कैच कराके उन्हें शतक से वंचित किया और फिर सुमित वर्मा (03) को भी पवेलियन की राह दिखाई। हिमाचल ने 18 रन के भीतर चार विकेट गंवाए जिससे उसका स्कोर एक विकेट पर 176 रन से पांच विकेट पर 194 रन हो गया। अमित कुमार (नाबाद 14) और वशिष्ठ (नाबाद 03) ने हालांकि टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
तमिलनाडु भी सेमीफाइनल में पहुंचा
सलामी बल्लेबाज एन जगदीशन के शतक और तेज गेंदबाज रघुपति सिलामबरासन के चार विकेट की मदद से तमिलनाडु ने कर्नाटक को 151 रन से करारी शिकस्त देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। तमिलनाडु ने इस मैच में शुरू से आखिर तक दबदबा बनाए रखा। उसने पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया और आठ विकेट पर 354 रन का विशाल स्कोर बनाया और उसके बाद कर्नाटक को 39 ओवर में 203 रन पर समेट दिया।
तमिलनाडु की पारी का आकर्षण जगदीशन के 102 रन रहे जिसके लिए उन्होंने 101 गेंदें खेली तथा नौ चौके और एक छक्का जड़ा। उन्होंने बाबा अपराजित (13) के जल्दी आउट हो जाने के बाद आर साई किशोर (61) के साथ दूसरे विकेट के लिए 147 रन की साझेदारी की।
अंतिम ओवरों में शाह रुख खान ने 39 गेंदों पर सात चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 79 रन की पारी खेली। उनके अलावा कप्तान दिनेश कार्तिक ने 44 और बाबा इंद्रजीत ने 31 रन का योगदान दिया। कर्नाटक की तरफ से लेग स्पिनर प्रवीण दुबे ने 67 रन देकर तीन जबकि तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने 57 रन देकर दो विकेट लिए। कर्नाटक की टीम बड़े लक्ष्य के सामने शुरू में ही लड़खड़ा गई। रघुपति (4/36) और अनुभवी आलराउंडर वाशिंगटन सुंदर (3/43) ने कर्नाटक के किसी भी बल्लेबाज को टिककर नहीं खेलने दिया। संदीप वारियर, साई किशोर और एम सिद्धार्थ ने एक-एक विकेट लिया।
कर्नाटक के लिए श्रीनिवास शरत ने सर्वाधिक 43 रन बनाए जबकि अभिनव मनोहर ने 34 रन का योगदान दिया। देवदत्त पडीक्कल लगातार दूसरे मैच में नाकाम रहे और पारी के दूसरे ओवर में ही बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। कर्नाटक ने इसके बाद भी नियमित अंतराल में विकेट गंवाए। कप्तान मनीष पांडे (09) जब आउट हुए तो स्कोर चार विकेट 74 रन हो गया। उसकी टीम इन शुरुआती झटकों से आखिर तक नहीं उबर पाई।