रणजी का रण: दिल्ली और कर्नाटक के गेंदबाजों ने दिखाया अपना जलवा
दिल्ली और कर्नाटक के गेंदबाजों का जलवा देखने को मिल रहा है।
विजयवाड़ा, पीटीआइ। दिल्ली और मध्य प्रदेश की टीमों के बीच गुरुवार से रणजी ट्रॉफी का मुकाबला शुरू हुआ। पहले दिन दिल्ली के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मध्य प्रदेश को छह विकेट पर 223 रन पर रोक दिया। दिल्ली की ओर से बायें हाथ के स्पिनर विकास मिश्रा ने 40 रन देकर तीन विकेट झटके।
दिल्ली ने टॉस जीतकर मध्य प्रदेश को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। नवदीप सैनी (1/43) ने रजत पाटीदार (02) को सस्ते में आउट कर दिल्ली को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद सलामी बल्लेबाज अंकित दाने (59) के अर्धशतक, नमन ओझा (49) और हरप्रीत सिंह (नाबाद 47) ने उपयोगी पारियां खेलकर मध्य प्रदेश की पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन दिल्ली के गेंदबाजों के आगे मध्य प्रदेश के बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए।
इस मैच में दिल्ली का पलड़ा भारी दिख रहा है क्योंकि उसकी बल्लेबाजी काफी मजबूत है। मध्य प्रदेश ने टिककर खेलने की रणनीति अपनाई है और दूसरे दिन उसका फोकस विकेट बचाकर रखने का रहेगा।
विनय की हैट्रिक, मुंबई सस्ते में ढेर
मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल का पहला दिन कर्नाटक के कप्तान और गेंदबाज विनय कुमार के नाम रहा। बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए विनय ने हैट्रिक लेते हुए मुंबई के छह बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। टॉस जीतकर मुंबई की टीम ने बल्लेबाजी का फैसला किया। विनय की गेंदबाजी के आगे मुंबई का एक भी बल्लेबाज नहीं टिक सका और मुंबई की पूरी टीम महज 173 के स्कोर पर ढेर हो गई। जवाब में पहले दिन का खेल खत्म होने तक कर्नाटक ने एक विकेट पर 115 रन बनाए। रविकुमार समर्थ 40 रन बनाकर आउट हुए, जबकि मयंक अग्रवाल नाबाद 62 रन बनाकर क्रीज पर थे।
अभिमन्यु का शतक मजूमदार चूके
गुजरात के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के पहले दिन यहां बंगाल ने छह विकेट पर 261 रन बनाए। उसकी ओर से सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन (129) ने बेहतरीन पारी खेलते हुए प्रथम श्रेणी करियर का छठा शतक जड़ा। अनूस्तूप मजूमदार (94) ने भी अच्छी पारी खेली, लेकिन वह छह रन से शतक जड़ने से चूक गए। इन दोनों के अलावा कोई बल्लेबाज दो अंकों में नहीं पहुंचा।
खराब मौसम की वजह से बाधित हुआ खेल
केरल और विदर्भ के बीच यहां रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के पहले दिन खराब मौसम की वजह से दो सत्रों का खेल नहीं हो सका। चाय के समय के बाद खेल शुरू हुआ, जिसमें सिर्फ 24 ओवर फेंके जा सके। टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए विदर्भ ने स्टंप तक तीन विकेट पर 45 रन बनाए थे। केरल की ओर से केसी अक्षय ने बेहतरीन गेंदबाजी की और 14 रन देकर दो विकेट झटके।