मौके को भुनाने के दबाव में था: वोहरा
आइपीएल-7 में अपना पहला मैच खेलने उतरे किंग्स इलेवन पंजाब के मनन वोहरा ने 20 गेंदों पर 47 रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को जानदार शुरुआत और मंच दिया। वोहरा के मुताबिक मैच से पहले वो काफी दबाव में थे लेकिन इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे। वोहरा ने कहा, 'इमानदारी से कहूं तो मुझ पर काफी दबाव था, लेकिन मै
हैदराबाद। आइपीएल-7 में अपना पहला मैच खेलने उतरे किंग्स इलेवन पंजाब के मनन वोहरा ने 20 गेंदों पर 47 रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को जानदार शुरुआत और मंच दिया। वोहरा के मुताबिक मैच से पहले वो काफी दबाव में थे लेकिन इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे।
वोहरा ने कहा, 'इमानदारी से कहूं तो मुझ पर काफी दबाव था, लेकिन मैंने इसको मौके के तौर पर लिया। मुझे पता था कि अगर रिटेन किए जाने के बाद मैं यहां अच्छा खेलने में सफल रहा तो मेरा ग्राफ काफी ऊपर जा सकता है। मैं बस पिच पर जाकर खेलने के एक मौके का इंतजार कर रहा था। यह काफी खीझने वाला समय था जब बाहर बैठकर अपनी टीम को खेलते देख रहा था। मेरे जैसे युवा खिलाड़ियों के लिए आगे आकर खेलने का ये एक शानदार मौका है। मैं इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहा था और मुझे खुशी है कि मुझे ये मौका आखिरकार मिला।'
वोहरा ने हैदराबाद के घातक दक्षिण अफ्रीकी अनुभवी गेंदबाज डेल स्टेन की 8 गेंदों पर 20 रन जड़े और सबको हैरान किया। वोहरा ने माना कि शुरुआत में तो वह भी डेल स्टेन का सामना करने से डर रहे थे। वोहरा ने कहा, 'जब मैंने स्टेन की पहली गेंद का सामना किया तो मेरे पैर नहीं चल पा रहे थे। मुझे उनसे डर लग रहा था। फिर मैंने खुद से कहा कि डरने का कोई फायदा नहीं क्योंकि मुझे उनका सामना करना ही है। मैंने नेट्स में शॉर्ट गेंदों पर काफी अभ्यास किया है और जब उन्होंने (स्टेन) मुझे शॉर्ट गेंदें फेंकी तो मैंने तय कर लिया मैं अपने शॉट्स के साथ जाऊंगा और ये काम कर गया।' वोहरा के मुताबिक टीम में सहवाग, मैक्सवेल और मिलर जैसे खिलाड़ियों का मौजूद रहना आपके ऊपर से दबाव हटाता है क्योंकि ये पता होता है कि ये बल्लेबाज किसी भी कमी की भरपाई करने का दम रखते हैं। ऐसे में युवा बल्लेबाजों को बस पिच पर जाकर अपने खेल का लुत्फ उठाने व खुलकर खेलने की आजादी मिलती है।