बैंगलोर की चुनौती लांघने उतरेगी बदली-बदली दिल्ली
इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के पिछले संस्करणों में काफी उतार चढ़ाव देख चुकी दिल्ली डेयरडेविल्स का सातवें संस्करण में चाल, चेहरा और चरित्र पूरी तरह से बदल चुका है। हालांकि नई नवेली दिल्ली की टीम जब गुरुवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर (आरसीबी) के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने उतरेगी तो उसके साथ कप्तान केविन
शारजाह। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के पिछले संस्करणों में काफी उतार चढ़ाव देख चुकी दिल्ली डेयरडेविल्स का सातवें संस्करण में चाल, चेहरा और चरित्र पूरी तरह से बदल चुका है। हालांकि नई नवेली दिल्ली की टीम जब गुरुवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर (आरसीबी) के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने उतरेगी तो उसके साथ कप्तान केविन पीटरसन नहीं होंगे। वह अंगुली की चोट के कारण इस मुकाबले में नहीं खेलेंगे। केपी की जगह दिनेश कार्तिक दिल्ली की अगुआई करेंगे।
आइपीएल-7 की नीलामी में दिल्ली ऐसी टीम रही जिसने पिछले संस्करणों में अपने निराशाजनक प्रदर्शन के मद्देनजर अनुभवी और विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग समेत अपने किसी भी खिलाड़ी को टीम में बरकरार नहीं रखा है। दिल्ली की टीम अंदर से लेकर बाहर तक बदल चुकी है और इस नए चेहरे वाली टीम को मैदान पर अपना चरित्र भी दिखाना होगा लेकिन दूसरी ओर उसका सामना विराट कोहली के नेतृत्व वाली आरसीबी से होने जा रहा है। आरसीबी काफी मजबूत टीम है और उसके पास हर क्षेत्र के दिग्गज मौजूद है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर:
आरसीबी का मजबूत पक्ष निश्चित तौर पर उसकी बल्लेबाजी है। टीम के कप्तान विराट कोहली इस समय जबरदस्त फॉर्म में हैं। इसके अलावा नीलामी में सबसे भारी कीमत 14 करोड़ रुपये चुका कर बेंगलूर ने ऑलराउंडर युवराज सिंह भी इस प्रारूप में सबसे विस्फोटक खिलाड़ी हैं। टीम में दक्षिण अफ्रीकी कप्तान एबी डिविलियर्स और विस्फोटक कैरेबियाई बल्लेबाज क्रिस गेल हैं। विराट ने आइपीएल-6 में 16 मैचों में 45.28 के औसत से 634 रन बनाए थे जबकि क्रिस गेल ने इतने ही मैचों में 59 के औसत से सर्वाधिक 708 रन बनाए थे जिसमें नाबाद 175 रनों की रिकॉर्ड पारी यादगार थी।
वहीं, इस टीम की कमजोरी की बात करें तो तेज गेंदबाजी चिंता का सबब है। टीम में एल्बी मोर्केल, रवि रामपॉल और मिशेल स्टार्क जैसे अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज हैं, लेकिन इनमें से किसी एक को ही अंतिम एकादश में जगह मिल सकती है। ऐसे में भारतीय तेज गेंदबाजों पर जिम्मेदारी है। अशोक डिंडा पिछले सत्र में काफी महंगे साबित हुए थे। उन्होंने 9.48 रन प्रति ओवर की दर से रन लुटाए थे। वहीं वरुण एरोन भी अपनी अनिश्चित तेजी पर काबू पाने में लगे हैं। अबु नेचिम अहमद और हर्षल पटेल को खुद को साबित करना बाकी है।
दिल्ली डेयरडेविल्स:
दिल्ली ने भी आइपीएल में युवराज के बाद दूसरी सबसे भारी 12 करोड़ रुपये की कीमत देकर दिनेश कार्तिक को खरीदा था। पिछले संस्करण में मुंबई इंडियंस के लिए खेल चुके कार्तिक ने 28.33 के औसत से 19 मैचों में 510 रन बनाए थे जिसमें 86 रनों की पारी सर्वश्रेष्ठ रही थी। दिल्ली के पास कार्तिक के अलावा मुरली विजय जैसे ओपनर हैं। वह दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज क्विंटन डि कॉक के साथ ओपनिंग कर सकते हैं। इसके अलावा जेपी डुमिनी, रॉस टेलर, मनोज तिवारी मध्यक्रम को मजबूत करते हैं। तेज गेंदबाजी में दिल्ली के पास कई विकल्प हैं। इसके अलावा टीम के पास गैरी कर्स्टन जैसे अनुभवी कोच हैं, जो भारतीय टीम को 2011 में विश्व विजेता बना चुके हैं।
दिल्ली के कमजोर पक्ष की बात करें तो टीम की सबसे बड़ी खामी उसकी स्पिन गेंदबाजी है। टीम में राहुल शर्मा और शाहबाज नदीम ही विशेषज्ञ स्पिनर हैं। ऐसे में दिल्ली की स्पिन गेंदबाजी कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर करेगी। वहीं दूसरी टीमों के मुकाबले दिल्ली की टीम पूरी तरह नई है, लिहाजा शुरुआती मुकाबलों में टीम को टीम संयोजन में थोड़ी दिक्कत पेश आ सकती है।
टीमें:
दिल्ली डेयरडेविल्स- दिनेश कार्तिक (कप्तान), मयंक अग्रवाल, नाथन काल्टर, क्विंटन डि कॉक, जेपी डुमिनि, केदार जाधव, सिद्धार्थ कौल, मिलिंद कुमार, मुहम्मद शमी, जेम्स नीशाम, शाबाज नदीम, वेन पर्नेल, एचएस शरत, राहुल शर्मा, राहुल शुक्ला, रॉस टेलर, मनोज तिवारी, सौरभ तिवारी, जयदेव उनादकट, मुरली विजय और जयंत यादव।
आरसीबी- विराट कोहली (कप्तान), वरुण एरोन, युवराज सिंह, युजवेंद्र चहल, एबी डिविलियर्स, अशोक डिंडा, क्रिस गेल, शादाब जकाती, निक मैडिंसन, तन्मय मिश्रा, एल्बी मोर्केल, मुथैया मुरलीधरन, हर्षल पटेल, पार्थिव पटेल, रवि रामपॉल, सचिन राणा, संदीव वारियर, मिशेल स्टार्क, योगेश ताकावाले, अबु नेचिम अहमद और विजय जोल।