'पंजाब के खिलाफ विराट ने बनाई थी विकेट लेने की शानदार रणनीति'
विराट की टीम ने पंजाब के बल्लेबाजों को खिलाफ शानदार रणनीति बनाई थी।
संजय मांजरेकर का कॉलम:
आरसीबी और किंग्स इलेवन पंजाब के मुकाबले के लिए पिछले दिनों मैं इंदौर में था। क्या शानदार जगह है इंदौर। अन्य भारतीय मैदानों की तरह आउटफील्ड हरी-भरी, स्टैंड बेहतरीन और टी-20 के मुफीद रनों से भरी पिच। सपाट पिच पर अच्छा उछाल, जिसका मतलब हुआ कि बल्लेबाजों को गेंद के नीचे आकर उसे हवाई रास्ते से बाहर भेजने का अवसर मिलता है। यह सब प्रशंसकों के लिए शानदार अहसास है, लेकिन गेंदबाजों, खासकर स्पिनरों के लिए कोई भयावह सपना, जिनकी गेंदों को टर्न नहीं मिला।
आरसीबी के मुकाबले से पूर्व इस मैदान पर पिछले मैच में 460 रन बने थे। कोलकाता नाइटराइडर्स ने 245 और पंजाब ने 215 रन बनाए थे मगर अगले ही मुकाबले में पंजाब की टीम 88 रनों पर सिमट गई। आरसीबी ने बेहद तेजी से यह मैच जीत लिया और मुझे इस बात पर विश्वास नहीं हुआ कि मैच 10.30 बजे ही खत्म हो गया। ये अलग बात है कि मुझे रात 2 बजे तक भी नींद नहीं आई क्योंकि आइपीएल के दो महीनों में दिनचर्या बिल्कुल अलग हो जाती है।
उमेश यादव और टिम साउथी ने आरसीबी की जीत का आधार रखा। शुरुआती चार ओवरों में मैच की दिशा तय कर दी। ये दोनों तेज गेंदबाज क्रिस गेल और लोकेश राहुल की खतरनाक सलामी जोड़ी के सामने थे, वो भी ऐसी पिच पर जहां छक्कों की बारिश होती है मगर विराट ने शानदार रणनीति अपनाई और इसी का नतीजा रहा कि इन गेंदबाजों ने रन बचाने की जुगत में न लगकर आक्रामक गेंदबाजी की। ठीक वैसे, जैसे कि यह टेस्ट मैच का पहला दिन हो। हालांकि इन्हें शुरुआत में विकेट नहीं मिले, लेकिन इसका मानसिक फायदा आरसीबी को मिला जब गेल और राहुल जल्दी—जल्दी पवेलियन लौट गए। तीसरे नंबर पर उतरे करुण नायर का कैच मुहम्मद सिराज की गेंद पर विराट ने स्लिप में पकड़ा। जी हां, टी—20 क्रिकेट में स्लिप पर कैच। कैच भी उस इंसान ने पकड़ा, जिसने टी-20 में विकेट लेने की शानदार और अनोखी रणनीति अपनाई।
आरसीबी अब प्लेऑफ की दौड़ में बनी हुई है, जिससे लीग का यह पड़ाव और रोमांचक हो गया है। अब जबकि टूर्नामेंट समाप्ति की ओर है, टीमों के लिए टक्कर और कड़ी हो गई है। टी—20 के प्रशंसक होने के नाते हम क्या इससे अधिक की मांग कर सकते हैं।