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IPL 2018: कोलकाता में होगी केकेआर और हैदराबाद की भिड़ंत, कौन मारेगा बाजी

कोलकाता में हैदराबाद की होगी कड़ी परीक्षा।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 14 Apr 2018 12:07 AM (IST)Updated: Sat, 14 Apr 2018 12:07 AM (IST)
IPL 2018: कोलकाता में होगी केकेआर और हैदराबाद की भिड़ंत, कौन मारेगा बाजी

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। घर में शानदार जीत, बाहर चुभने वाली हार। कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) का आइपीएल-11 के पहले हफ्ते का लेखा-जोखा बस इतना ही है। दूसरे हफ्ते कोलकाता को तीन मैच खेलने हैं, जिनमें से पहले दो उसके होम ग्राउंड ईडन गार्डेंस स्टेडियम में ही होंगे, वो भी महज एक दिन के अंतराल में। चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 200 रनों से अधिक का स्कोर खड़ा करने के बावजूद मिली शिकस्त का गम भुलाकर केकेआर की नजर घर से फिर जीत की डगर पर लौटने पर है। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस जैसी मजबूत टीमों को हराकर टूर्नामेंट में शानदार आगाज करने वाली सनराइजर्स हैदराबाद जीत का सिलसिला जारी रखते हुए ईडन में जीत की हैट्रिक लगाने की जुगत में है। वैसे आंकड़े कोलकाता के साथ हैं। दोनों टीमें 12 बार भिड़ी हैं। आठ बार कोलकाता तो सिर्फ चार बार हैदराबाद को जीत नसीब हुई है। पिछली बार ईडन में कोलकाता ने हैदराबाद को 17 रन से मात दी थी। 

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कोलकाता के लिए गेंदबाजी चिंता का सबब : कोलकाता के लिए गेंदबाजी बेशक चिंता का सबब है। चेन्नई के खिलाफ 203 रन जैसा विशाल टीम स्कोर खड़ा करने के बावजूद कोलकाता उसे बचा नहीं पाई। हालांकि अच्छी बात यह है कि मिशेल जॉनसन चोट से उबर चुके हैं और शनिवार को हैदराबाद के खिलाफ मैदान में उतर सकते हैं। वैसे उनके उपलब्ध नहीं होने पर भी कोलकाता के पास कमलेश नागरकोटी जैसा उम्दा युवा विकल्प है। ईडन के स्पिन फ्रेंडली विकेट पर सुनील नारायण, पीयूष चावला और कुलदीप यादव से भी अच्छी गेंदबाजी की उम्मीद है। पिछले मैच में मिली हार के 'खलनायक' आर विनय कुमार को डगआउट में बैठना पड़े तो हैरानी नहीं होगी। 

नारायण और रसेल से फिर विस्फोटक बल्लेबाजी की आस : सुनील नारायण और आंद्रे रसेल केकेआर की बल्लेबाजी के 'एक्स फैक्टर' बनते जा रहे हैं। नारायण ने पहले मैच में धमाकेदार पचासा लगाने के बाद दूसरे मैच में भी अपने खतरनाक इरादे जाहिर कर दिए थे लेकिन उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए। वहीं रसेल ने चेन्नई के खिलाफ 36 गेंदों पर 88 रन की आतिशी पारी खेली थी। इन दोनों से फिर विस्फोटक बल्लेबाजी की आस है। पिछले मैच में क्रिस लिन भी लय में आते दिखे। नए कप्तान दिनेश कार्तिक लिन-नारायण की सलामी जोड़ी में यकीनन बदलाव नहीं करना चाहेंगे। उनपर और रॉबिन उथप्पा पर भी बल्लेबाजी का काफी दारोमदार होगा। 

गेंदबाजी है हैदराबाद का सबसे मजबूत पक्ष : हैदराबाद की मजबूती उसकी गेंदबाजी है। उसके गेंदबाजों ने पिछले दो मैचों में 17 विकेट चटकाए हैं और विरोधी टीमों को बड़ा स्कोर बनाने से भी रोका है। इससे हैदराबाद के बल्लेबाजों पर दबाव कम रहा है। बावजूद इसके मुंबई के खिलाफ पिछले मैच में वे 148 रनों के आसान से लक्ष्य का पीछा करने में जिस तरह से लडख़ड़ा गए थे, उससे मेहमान टीम जरूर चिंतित होगी। नौ विकेट गंवाकर अंतिम गेंद पर हैदराबाद को जीत नसीब हुई थी। वैसे मेहमान टीम में कप्तान केन विलियमसन, शिखर धवन, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), मनीष पांडेय, यूसुफ पठान जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं तो साकिब अल हसन जैसा आलराउंडर भी।


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