RR Vs KXIP: जानिए क्या है 'मैनकेडिंग', जिसने पलट दिया मैच का रुख
जब कोई नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज गेंद फेंकने से पहले क्रीज आगे निकल जाता है तो गेंदबाज उसे रन आउट कर सकता है।
नई दिल्ली,जेएनएन। जयपुर के सावई मान सिंह स्टेडियम में राजस्थान 185 रनों का पीछा करते हुए जीत की ओर बढ़ रही थी। जोस बटलर 69 रन बनाकर क्रीज पर थे, लेकिन तभी अश्विन ने उन्हें मैनकेडिंग के जरिए रन आउट कर दिया। इसके बाद मैच का पासा पलट गया और पंजाब ने 14 रनों से जीत दर्ज कर ली। अश्विन ने ऐसा करने से पहले जोस बटलर को कोई भी चेतावनी नहीं दी थी। इस पर बटलर ने अपनी नाराजगी भी जताई, लेकिन नियमानुसार उन्हें मैदान से वापस जाना पड़ा। इसके बाद से क्रिकेट फैंस और आलोचक इस बात को लेकर चर्चा कर रहे हैं कि अश्विन ने सही किया या गलत।
इन सवालों के बीच आइए जानते हैं क्या होती है मैनकेडिंग
जब कोई नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज गेंद फेंकने से पहले क्रीज से आगे निकल जाता है तो गेंदबाज उसे रन आउट कर सकता है। खास बात यह है कि इसमें गेंद रिकॉर्ड नहीं होती लेकिन विकेट गिर जाता है। इसकी शुरुआत 13 दिसंबर 1947 को भारतीय गेंदबाज वीनू माकंड ने की थी। तब माकंड ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को रन आउट किया था, लेकिन इससे पहले उन्होंने बिल को चेतावनी दी थी। इसके बाद इस तरीके से रन आउट को मैनकेडिंग कहा जाने लगा। इसके तरीके से आउट करने का जिक्र नियम 42.14 में किया गया है।
साल 2017 में इसको लेकर नया नियम आया जिसके बाद गेंदबाज को नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट करने की अनुमति मिली। इसके तहत गेंदबाज बिना गेंद फेंके, अपना स्विंग पूरा किए, बिना किसी बल्लेबाज को नॉन स्ट्राइक एंड पर आउट कर सकता है। यदि गेंदबाज तब अपनी कोशिश में नाकाम रहता है तो अंपायर को उसे डेड बॉल घोषित करना चाहिए।
इससे पहले भी ऐसा कर चुके हैं अश्विन
भारतीय टीम 2012 में ऑस्ट्रेलिया में एक ट्राई सीरीज खेल रही थी। जिसमें एक मैच के दौरान अश्विन ने 40 ओवर में थिरमाने को मैनकेडिंग रन आउट किया था। इसके बाद उस समय भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे सहवाग ने खेल भावना का ख्याल रखते हुए अपील वापस ले ली थी। हालांकि, अश्विन ने जोस बटलर के विकेट को लेकर कहा, "बटलर ने खुद क्रीज़ छोड़ दी थी। हमने बस क्रिकेट के नियम के तहत उन्हें आउट किया। मेरा मानना है कि ऐसे पल गेम को पूरी तरह पलट देते हैं। एक बल्लेबाज़ को इसका ध्यान रखना चाहिए।"