IPL 2019: तैयार हो जाइए IPL के 12वें सीजन के लिए, इस बार 'गेम बनाएगा नेम'
आइपीएल के 12वें सालाना जलसे में कुछ हीरो पहले से ही मौजूद हैं और कुछ को यह सत्र हीरो बना देगा।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। महेंद्र सिंह धौनी का हेलीकॉप्टर शॉट, विराट कोहली का स्ट्रेट ड्राइव, अजिंक्य रहाणे का पुल, रोहित शर्मा के छक्के, केन विलियमसन की कप्तानी, श्रेयष अय्यर का लड़कपन, दिनेश कार्तिक का जुझारूपन और रविचंद्रन अश्विन की कैरम बॉल देखने के लिए तैयार हो जाइये क्योंकि ऐसे कप्तान और ऐसी टीमें दुनिया की किसी भी क्रिकेट लीग में देखने को नहीं मिलती। शनिवार से शुरू हो रही दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आइपीएल में 10 देशों के सैकड़ों क्रिकेटर आठ टीमों के लिए करोड़ों दर्शकों के सामने जी-जान लगा देंगे। यहां आपको महेंद्र सिंह धौनी, जसप्रीत बुमराह की यॉकर्स का सामना करते नजर आएंगे तो विराट कोहली को कुलदीप यादव की कलाई को पढ़ना होगा। एक साथ बॉल टेंपरिंग करने वाले स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर फिर से एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोंकते हुए नजर आएंगे।
आइपीएल के 12वें सालाना जलसे में कुछ हीरो पहले से ही मौजूद हैं और कुछ को यह सत्र हीरो बना देगा। युवाओं का गेम (खेल) उनका नेम (नाम) बड़ा करेगा। इसमें कोई शक नहीं है कि इस चुनावी माहौल के बीच में हर दिन सूरज ढलने के बाद क्रिकेट का बुखारा चरम पर होगा। यह सत्र इसीलिए भी अहम है क्योंकि 12 मई को फाइनल होने के ढाई हफ्ते बाद वनडे विश्व कप शुरू हो रहा है। 2011 और 2015 में विश्व कप के बाद आइपीएल आयोजित किया गया था, लेकिन पहली बार विश्व कप से पहले आइपीएल आयोजित हो रहा है। कप्तान विराट कोहली पहले ही विश्व कप की उम्मीदों के मद्देनजर खिलाडि़यों से कार्यभार प्रबंधन पर विचार रख चुके हैं, ऐसे में यह आइपीएल कुछ खास हो सकता है।इएक ओर खिलाडि़यों को अपनी फ्रेंचाइजी की उम्मीदों पर खरा उतरना है जिन्हें करोड़ों रुपये देकर खरीदा गया है। दूसरी ओर खिलाडि़यों को अपने देश के लिए भी प्रतिबद्धता पर खरे उतरना है।
जहां तक संतुलन की बात है तो राजस्थान रॉयल्स कागजों में बेहद संतुलित टीम दिखती है, जबकि सीएसके और मुंबई इंडियंस में कई मैच विजेता खिलाड़ी हैं। दिल्ली कैपिटल्स का भी अच्छा बल्लेबाजी क्रम है, लेकिन उनकी गेंदबाजी के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। अनुभवी खिलाड़ी क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स एक बार फिर आइपीएल में धमाल मचाने को तैयार होंगे, तो शुभमन गिल और शॉ जैसे युवा खिलाड़ी रंगीन पोशाक में एक बार फिर छाना चाहेंगे। हो सकता है वरूण चक्रवर्ती, प्रयास रे बर्मन या प्रभ सिमरन सिंह अपने कौशल को दिखाकर देश के लिए खेल लें। कुल मिलाकर अगले सात सप्ताह तक क्रिकेट की पिच पर धमाल मचना तय है।
धौनी का परिवार :
आइपीएल का हमेशा से ही खिलाडि़यों के लिए अलग मतलब रहा है, खासकर आठ कप्तानों के लिए। धौनी के लिए चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) हमेशा से ही परिवार रहा है जहां सब कुछ उनके संतुलन में रहता है। आइपीएल में धौनी की अलग तरह की विरासत रही है। उनके तीन खिताब और उनकी बचाव की विरासत। और किसे पता है की यह चेपक में उनके आखिरी सात मुकाबले हों, जहां सीएसके के प्रशंसक अपने प्यारे थलैवा को पीली जर्सी में आखिरी बार देखेंगे।
विराट का प्यार :
विराट कोहली के पास बल्लेबाजी में खुद को साबित करने के लिए कुछ नहीं बचा है, लेकिन आठ वर्षो तक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर (आरसीबी) का कप्तान होने के बावजूद खिताब का सूखा उन्हें पीड़ा जरूर देता होगा। उन्होंने पिछली बार भी कहा था कि वह आरसीबी के लिए खिताब जीतने को बेकरार हैं लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अगर वह विश्व कप के पहले अपनी टीम के लिए खिताब जीत लेते हैं तो उनके लिए यह सोने पर सुहागा होगा।
रोहित शर्मा की मुंबई :
भारतीय टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा आइपीएल में एक ऐसी टीम के कप्तान हैं जिसके हर जगह प्रशंसक हैं। रोहित ने तीन बार आइपीएल ट्रॉफी जीती है और उनको चौथी बार भी दावेदार माना जा रहा है। उनकी टीम में शामिल हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह पर सबकी नजरें होंगी क्योंकि वह मुंबई इंडियंस ही नहीं टीम इंडिया के लिए भी कीमती हैं।
रहाणे पर भरोसा :
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे विश्व कप से पहले यह बताना चाहेंगे कि उन्हें भारत की वनडे टीम से बाहर करना एक भूल है। स्टीव स्मिथ, बेन स्टोक्स और जोस बटलर के साथ रॉयल्स प्ले ऑफ में पहुंचने की मजबूत दावेदार है। बॉल टेंपरिंग के कारण एक साल का प्रतिबंध झेलकर आए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ के लिए भी यह टूर्नामेंट अहम होगा।
पंजाब की कप्तानी अश्विन को :
किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन प्रिटी जिंटा को वह देना चाहेंगे जो आज तक उन्हें कोई नहीं दे सका है। अश्विन और जिंटा आइपीएल खिताब जीतने को बेताब हैं। विश्व कप टीम की दौड़ से बाहर चल रहे अश्विन खुद को कई मोर्चे पर साबित करना चाहते हैं। किंग्स इलेवन पंजाब में सैम कुर्रन के शामिल होने के बाद अश्विन कुछ खास उम्मीद अपनी टीम से कर सकते हैं। इसके साथ ही अश्विन अपनी विविधता से कोहली और रोहित को भी परेशान करना चाहेंगे।
कैपिटल्स का युवा कैप्टन :
श्रेयस अय्यर भी विश्व कप के लिए टीम में नहीं चुने जाने के संकेतों के बीच खुद के भाग्य को बदलना चाहेंगे। दिल्ली डेयरडेविल्स से दिल्ली कैपिटल्स में तब्दील हो चुकी यह टीम भी खिताब के सूखे से जूझ रही है। अय्यर इस बार रिषभ पंत, इशांत शर्मा, शिखर धवन और पृथ्वी शॉ के साथ मिलकर दिल्ली का भाग्य बदलना चाहेंगे।
कार्तिक के पास मौका :
दिनेश कार्तिक के लिए यह महीना बेहद अहम है। केकेआर का कप्तान दो-तीन अच्छी पारी खेलकर टीम इंडिया की विश्व कप बस में फिनिशर की सीट पर कब्जा कर सकता है। केकेआर का बोझ उन पर है लेकिन इसी केकेआर की बदौलत उन्होंने पिछले साल टीम इंडिया में वापसी की थी।
अकेले विदेशी कप्तान केन :
केन विलियमसन चोट से जूझ रहे थे। कोच वीवीएस लक्ष्मण ने कहा है कि वही सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी करेंगे। टीम के पूर्व कप्तान डेविड वार्नर भी बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद वापस लौट आए हैं। ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट का बैड ब्वॉय गेंद से छेड़छाड़ विवाद के बाद एक बार फिर खुद को साबित करना चाहेगा। वहीं राशिद खान का टीम में होना विलियमसन को सही रणनीति कायम करने में मदद करेगा।
नंबर गेम:
- 20 करोड़ रुपये मिलेंगे विजेता टीम को
-12.5 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी उप विजेता टीम को
- 10 लाख रुपये मिलेंगे ऑरेंज कैप और पर्पल कैप के विजेताओं को
- 56 मैच छह सप्ताह तक खेले जाएंगे आइपीएल में
- 12 मई को खेला जाएगा आइपीएल का फाइनल मुकाबला