'रिषभ पंत की वजह से ग्लेन मैक्सवेल ने आइपीएल में किया खराब प्रदर्शन'
पोंटिंग ने बताया कि आखिरकार इस आइपीएल में मैक्सवेल अच्छी बल्लेबाजी क्यों नहीं कर पाए।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली की टीम ने तूफानी बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल को इस आइपीएल के लिए अपनी टीम में 09 करोड़ की भारी भरकर रकम देकर खरीदा था लेकिन उनका प्रदर्शन औसत से भी निचले दर्जे का रहा। मैक्सवेल के इस प्रदर्शन के बाद टीम के कप्तान रिकी पोंटिंग ने एक बड़ा बयान दिया साथ ही ये भी बताया कि वो अपने प्रदर्शन को लेकर काफी निराश भी हैं।
इसमें कोई शक नहीं कि दिल्ली के खराब प्रदर्शन की एक बड़ी वजह ग्लेन मैक्सवेल का ना चलना भी रहा। इस पूरे सीजन के दौरान मैक्सवेल ने अपने बल्ले से कोई कमाल नहीं दिखाया जिसके लिए वो जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी टीम के लिए 12 पारियों में सिर्फ 169 रन ही बनाए। जब टीम के कोच पोंटिंग से मैक्सवेल के खराब फॉर्म के विषय में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैंने पिछले कुछ वर्षों में मैक्सवेल के साथ काफी समय बिताया है। आइपीएल शुरू होने से पहले हुए ट्राई सीरीज में वो मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। वो काफी अच्छे फॉर्म में थे। मैक्सवेल को टीम में नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिए चुना गया था। हालांकि पहले मैच में वो फिंच की शादी के कारण नहीं खेल पाए थे और रिषभ पंत ने नंबर चार पर बल्लेबाजी की। इसके बाद पंत लगातार वहां अच्छी बल्लेबाजी करते रहे और इसकी वजह से मैक्सवेल को नंबर पांच पर बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा। इस नंबर पर वो खुद को साबित नहीं कर पाए और लगातार फ्लॉप रहे। इस नंबर पर मैक्सवेल ने अपने क्रिकेट करियर में ज्यादा बल्लेबाजी नहीं किया था और इसका असर देखने को भी मिला। हालांकि वो अपने खराब फॉर्म से काफी निराश थे और उन्हें इस बात का मलाल था कि वो अपनी टीम के लिए अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाए।
गौरतलब है कि दिल्ली की टीम ने 14 लीग मुकाबलों में से सिर्फ पांच मैचों में जीत दर्ज की और उन्हें नौ मैच हारना पड़ा। इन मैचों में 10 अंक के साथ वो आंकतालिका में आखिरी यानी आठवें नंबर पर रहे। हालांकि टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा लेकिन इस टीम के कुछ युवा खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। पोंटिंग ने उन सभी खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की और कहा कि उन सबसे अगले वर्ष भी ऐसी ही प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। इस बार टीम की कप्तानी गंभीर को सौंपी गई थी लेकिन बीच लीग मुकाबलों में उन्होंने कप्तानी छोड़ दी और फिर टीम की कमान श्रेयस अय्यर को सौंपी गई थी।