जब सचिन ने पहली बार विराट कोहली को ड्रिंक ऑफर की तो उन्होंने ये किया
विराट कोहली ने एक इंटरव्यू में बताया है कि जब सचिन ने उन्हें ड्रिंक ऑफर की तो उन्होंने क्या किया...
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत के टेस्ट कप्तान और इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में शुमार विराट कोहली ने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट कप्तान माइकल वॉन को दिए एक इंटरव्यू में कई चीजों का खुलासा किया है। इस समय कोहली टीम इंडिया के सबसे चहेते स्टार हैं। फैंस उनके बारे में सब चीज जानने को उत्सुक रहते हैं। इस बातचीत के दौरान कई बातें सामने आई हैं।
जब सचिन ने ड्रिंक की ऑफर
कोहली ने बताया कि उनकी अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर से 2008 में पहली बार मुलाकात हुई। सचिन अंडर-19 टीम से मिलने आए थे, पर कोहली को उनकी कही बातें याद नहीं हैं, क्योंकि वह सचिन को ताकते रह गए थे। इसके कुछ साल बाद कोहली और सचिन ड्रिंक के लिए गए। कोहली ने कहा, 'भारतीय परंपरा के मुताबिक आप सीनियर के सामने ड्रिंक नहीं करते। सचिन ने पूछा तो मैंने मना किया, लेकिन उनकी जिद पर मैंने कहा कि मैं चार आइस क्यूब लूंगा। उसके बाद सब कुछ सामान्य हो गया।'
सचिन पनीर हैं और मैं चूना
फैंस द्वारा उनकी तुलना सचिन से किए जाने पर विरात ने कहा है कि वह ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देते। उन्होंने कहा, 'जब मैंने अच्छा खेल दिखाया तो मेरी तुलना तेंदुलकर से की गई, लेकिन यह चूने और पनीर जैसी तुलना है। लोग कहते हैं कि आप उनके रिकॉर्ड तोड़ सकते हो। मुझे लगता है, मैं ही क्यों? जब टीम में 10 और खिलाड़ी हैं तो मुझे ही ऐसा क्यों कहा जाता है। मैं वाकई उनके सामने कुछ नहीं हूं।'
रात में भूख से तड़पते थे कोहली
माइकल वॉन ने कोहली की फिटनेस पर पूछा तो उन्होंने बताया, '2012 के आइपीएल में मैं अपने मोटापे के चलते संघर्ष कर रहा था। तब मेरा वजन 12-13 किलो ज्यादा था। मैंने अपनी डाइट कम की तो मुझे इतनी भूख लगती थी कि रात को सोते समय बिस्तर की चादर खाने का मन करता था।'
इंग्लैंड में फैंस परेशान नहीं करते
कोहली ने अपने इंग्लैंड दौरे के बारे में बताया कि वहां वे अकेले घूमने निकल जाते थे। तब लोग उन्हें देखकर चले जाते थे। उन्होंने कहा, 'मैं जब बाहर खेलने जाता हूं तो कुछ घंटों के लिए घूमने निकाल जाता हूं। इंग्लैंड में भी मैं घूमने जाता था। क्रिकेट खेलने वाले देशों में लोग आपको पहचान लेते हैं, लेकिन आपकी तरफ इशारा करके चले जाते हैं। यह अच्छा होता है कि कोई आपके जीवन में दखल नहीं देता।'