EXCLUSIVE: राजीव शुक्ला से खास बातचीत, किसी लीग का आइपीएल से मुकाबला नहीं
ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग भी आइपीएल के सामने कमजोर बैठती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) का 11वां संस्करण सात अप्रैल से शुरू होगा। इस बार इसके और भव्य आयोजन करने की तैयारी है। दक्षिण अफ्रीका भी आइपीएल की तर्ज पर ग्लोबल टी-20 लीग शुरू करना चाहता था लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका। ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग भी आइपीएल के सामने कमजोर बैठती है। आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि जो देश लीग शुरू करना चाहते हैं वह कर सकते हैं लेकिन आइपीएल का मुकाबला करना मुश्किल है। आइपीएल को लेकर राजीव शुक्ला से अभिषेक त्रिपाठी ने विशेष बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश
सवाल: क्या आइपीएल मैचों का समय बदलेगा?
जवाब: प्रसारक ऐसा चाहते थे और जिस दिन दो मैच होने थे उस दिन इस तरह का प्रस्ताव रखा गया था लेकिन कुछ फ्रेंचाइजी ऐसा नहीं चाहती हैं। सभी पक्षों से बातचीत की गई। यह अहम मसला था क्योंकि समय बदलने पर ओवरलैपिंग होती। इसी को लेकर बातचीत हो रही थी। इससे दर्शक दोनों मैच नहीं देख सकते थे। दर्शक आइपीएल का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हम चाहते थे कि कि उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं सहनी पड़े।
सवाल: विश्व के कई राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड आइपीएल की तर्ज पर लीग कराना चाहते हैं लेकिन उन्हें वह सफलता नहीं मिल पा रही?
जवाब: जो भी देश क्रिकेट लीग कराना चाहते हैं, वह उसके लिए स्वतंत्र हैं लेकिन मैं यही कहना चाहूंगा कि विश्व स्तर पर आइपीएल ब्रांड लगातार बढ़ती जा रहा है। इस बार हम इसके आयोजन को और भव्य करने जा रहे हैं। अब इसे विश्व के अधिकतर देशों में दिखाया जाएगा। जहां क्रिकेट नहीं होता है वहां भी आइपीएल का प्रसारण होगा। इस बार उद्घाटन समारोह में भी हॉलीवुड के साथ बॉलीवुड का तड़का लगेगा।
सवाल: बिशन सिंह बेदी ने कहा है कि आइपीएल मनी लांडिंग का खेल है। क्या ऐसा है?
जवाब: कोई क्या कहता है इस पर मैं टिप्पणी नहीं करूंगा लेकिन आइपीएल से सरकार को 3000 करोड़ से ज्यादा का टैक्स प्राप्त हुआ है। इससे पूरे विश्व के क्रिकेट प्रशंसकों का तो मनोरंजन होता ही है साथ ही पूर्व खिलाड़ियों को रोजगार मिलता है। हजारों खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ, अंपायरों को इससे फायदा मिल रहा है।
सवाल: आइपीएल का विवादों से चोली-दामन का साथ हो गया है। क्या यह नुकसानदायक नहीं है?
जवाब: आइपीएल शुरू होते ही कुछ लोग विवाद के सहारे खुद को चमकाना चाहते हैं। जब कुछ होगा तो हम उचित फैसला लेंगे। इसके बारे में पहले से कुछ नहीं कहा जा सकता।
सवाल: आइपीएल में स्पॉट फिक्सिंग को रोकने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?
जवाब: हमने आइसीसी की एंटी करप्शन यूनिट के साथ बीसीसीआइ की एंटी करप्शन यूनिट को भी इसमें लगाया है। हम स्वच्छ क्रिकेट आयोजित करवाने के लिए संकल्पित हैं।
सवाल: कानपुर या लखनऊ में मैच आयोजित होंगे?
जवाब: कानपुर के लिए कोई फ्रेंचाइजी तैयार नहीं है। वहां पर ज्यादा पांच सितारा होटल नहीं होना एक बड़ी समस्या है। हालांकि आइपीएल का कार्यक्रम जारी हो गया है लेकिन लखनऊ के नए स्टेडियम की तैयारियों पर हमारी नजर है। एक टीम इसी माह के आखिर में वहां का दौरा करेगी। उसकी तैयारियों पर ही निर्भर करेगा कि वहां मैच होंगे कि नहीं। पहले दिल्ली डेयरडेविल्स ने वहां मैच कराने की रुचि दिखाई थी लेकिन अब उसकी तरफ से कोई खास उत्साह नहीं दिखाया गया है। जयपुर में भी सवाई मान सिंह स्टेडियम में काम चल रहा है। अगर स्टेडियम समय पर तैयार हो जाता है तो राजस्थान रॉयल्स के मैच वहां आयोजित कराए जाएंगे। हालांकि हमने उन्हें मैच एलॉट कर दिए हैं लेकिर मैदान पर फाइनल रिपोर्ट आना अभी बाकी है। जहां तक महाराष्ट्र क्रिकेट संघ की पुणे में प्लेऑफ मैच आयोजित कराने की मांग है तो उस पर यही कह सकता हूं कि किसी स्टेडियम पर सिर्फ प्लेऑफ मैच आयोजित नहीं कराए जा सकते।