धर्मशाला में आज टीम इंडिया के इस खिलाड़ी पर रहेगी नजर
धर्मशाला मैदान पर आज होने वाला चौथा वनडे मुकाबला दोनों टीमों के लिए बेदह खास है। किसी भी हाल में भारत और वेस्टइंडीज इस निर्णायक मुकाबले को जीतकर सीरीज में अहम बढ़त हासिल करना चाहेगी। वेस्टइंडीज जहां इस मैदान पर पहली बार खेलने उतरेगा वहीं भारत अपना दूसरा वनडे मैच यहां खेलेगा। धौनी की कप्तानी में जब भारत ने व
नई दिल्ली (संजय सावर्ण)। धर्मशाला मैदान पर आज होने वाला चौथा वनडे मुकाबला दोनों टीमों के लिए बेदह खास है। किसी भी हाल में भारत और वेस्टइंडीज इस निर्णायक मुकाबले को जीतकर सीरीज में अहम बढ़त हासिल करना चाहेगी। वेस्टइंडीज जहां इस मैदान पर पहली बार खेलने उतरेगा वहीं भारत अपना दूसरा वनडे मैच यहां खेलेगा। धौनी की कप्तानी में जब भारत ने वर्ष 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ इस मैदान पर अपना पहला वनडे खेला था तो उसे इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था यानी अपने पहले ही मैच में टीम इंडिया का अनुभव इस मैदान पर कड़वा रहा। वहीं दूसरी तरफ बेशक टीम इंडिया इंग्लैंड के हाथों ये मैच हार गई थी मगर एक खिलाड़ी ऐसा था जिसने गजब का दमखम दिखाते हुए इंग्लिश गेंदबाजों का डटकर सामना किया और शानदार पारी खेली। जाहिर है भारत के लिए धर्मशाला मैदान पर सबसे बढि़या पारी खेलने वाले सुरेश रैना पर सबकी निगाहें रहेंगी।
-सुरैश रैना की वो साहसिक पारी
2013 में खेले गए उस मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। पहले बल्लेबाजी करने आई टीम इंडिया इंग्लिश गेंदबाजों के सामने बिखर सी गई। गौतम गंभीर (24), रोहित शर्मा (4), विराट कोहली (0), युवराज सिंह (0) रन बनाकर पवेलियन लौट चुके थे। ऐसा लग रहा था कि भारतीय बल्लेबाज इंग्लिश गेंदबाजों के सामने पूरी तरह से बिखर चुके हैं मगर उस मुश्किल वक्त में सुरेश रैना ने टीम को संभाला। पिच पर कहर बरपाते हुए इंग्लिश तेज गेंदबाजों का उन्होंने डटकर सामना किया और 83 रन की पारी खेलकर टीम का स्कोर 226 रन तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। रैना ने अपनी पारी में 98 गेंदों का सामना करते हुए 83 रन बनाए जिसमें 8 चौके और 2 बेहतरीन छक्के भी शामिल थे। जाहिर है उनकी ये साहसिक पारी क्रिकेट फैंस के जहन में अब भी ताजा हैं और उम्मीद है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ एक बार फिर
उनका बल्ला गरजे और एक बेहतरीन पारी देखने को मिले।