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जो रूट को गे कहने वाले वेस्टइंडीज के इस तेज गेंदबाज पर आइसीसी ने लगाया चार मैच का बैन

जो रूट पर समलैंगिक टिप्पणी करने वाले तेज गेंदबाज गैब्रियल पर आइसीसी ने चार मैच का बैन लगा दिया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 02:02 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 02:02 PM (IST)
जो रूट को गे कहने वाले वेस्टइंडीज के इस तेज गेंदबाज पर आइसीसी ने लगाया चार मैच का बैन
जो रूट को गे कहने वाले वेस्टइंडीज के इस तेज गेंदबाज पर आइसीसी ने लगाया चार मैच का बैन

 दुबई। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आइसीसी) ने वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शेनन गैब्रियल पर चार मैच का बैन लगा दिया है। गैब्रियाल ने तीसरे टेस्ट मैच के दौरान इंग्लैंड टीम के कप्तान जो रूट के साथ बहस की थी और उन्हें गे कह दिया था। रूट पर ये टिप्पणी करना उन्हें भारी पड़ गया और उन्हें ये सजा भुगतनी पड़ी। तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को 232 रन से हराया था। हालांकि टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को 1-2 से हार मिली। 

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तीसरा टेस्ट मैच खत्म होने के बाद आइसीसी ने अपनी सजा का एलान किया। आइसीसी ने उनकी मैच फीस का 75 फीसदी जुर्माना लगाया है साथ ही उनके खाते में तीन डिमेरिट अंक भी जोड़ दिया गया है। इसके साथ 24 महीने के अंदर अब उनके खाते में आठ डिमेरिट अंक हो गए। इसकी वजह से ही उनपर चार मैचों का बैन लगा है। चुकी गैब्रियल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है इस वजह से उनके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने इस टेस्ट मैच में चार विकेट लिए थेे। 

चार मैचों के लिए बैन किए गए गैब्रियल अब इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले पांच वनडे मैचों की सीरीज के पहले चार मैचों में नहीं खेल पाएंगे। इससे पहले उन्हें पिछले वर्ष नवंबर में मीरपुर टेस्ट मैच में बैन किया गया था। गैब्रियल पहले भी इस तरह की हरकतें करते रहे हैं और अप्रैल 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ जमैका टेस्ट में और पिछले साल नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट में उन्हें डिमेरिट अंक मिले थे। उनके खाते में तीन और डीमेरिट अंक जुड़ते ही वह अंक हो गए जोकि आइसीसी की आचार संहिता के 7.6 के उल्लंघन से संबंधित है। इसके तहत चार मैचों से बैन किए जाने का प्रावधान है। 

आपको बता दें कि रूट और गैब्रियल के बीच तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन विवाद हुआ था। दोनों के विवाद का वो हिस्सा स्टंप माइक में कैद हो गया था। इसमें रूट को कहते सुना जा सकता है कि इसका इस्तेमाल किसी का अपमान करने के लिए मत करो। गे होने में किसी तरह की बुराई नहीं है। ये रूट की प्रतिक्रिया थी। इससे पहले गैब्रियल ने जो कहा था वो माइक में कैद नहीं हो पाया था, लेकिन अंपायर ने उनसे इसके बारे में बात की थी और बाद में आइसीसी ने इसे गंभीरता से लिया। 


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