विराट और टीम के अन्य खिलाड़ियों का पूरा ध्यान फिटनेस पर, रखी जा रही है कड़ी नजर
ट्रेनर निक वेब और फिजियो नितिन पटेल ने इस चीज पर जोर दिया है कि जिन खिलाड़ियों के साथ चोट की समस्या थी वे इस ब्रेक के दौरान अपने रिहैबलिटेश पर ध्यान दें।
नई दिल्ली, आइएएनएस। कोरोनो वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया में इस समय खेल गतिविधियां रुकी हुई हैं लेकिन भारतीय क्रिकेटर लॉकडाउन के कारण मिले ब्रेक में अपनी फिटनेस बनाए रखना चाहते हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली और अन्य खिलाड़ी अपना फिनेटस स्तर बनाए रखने पर ध्यान दे रहे हैं।
ट्रेनर निक वेब और फिजियो नितिन पटेल ने इस चीज पर जोर दिया है कि जिन खिलाड़ियों (रोहित शर्मा, दीपक चाहर और इशांत शर्मा) के साथ चोट की समस्या थी, वे इस ब्रेक के दौरान अपने रिहैबलिटेशन पर ध्यान दें। खेल शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को फिट रखने और तैयार रखने का विचार है।
स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कक्षाएं चालू हैं और जैसा कि आप जानते हैं कि उनके प्रदर्शन को वेब और पटेल द्वारा एथलीट मॉनिटरिंग सिस्टम (एएमएस) के माध्यम से परखा जाता है। जांच के बाद वे दोनों खिलाडि़यों को आवश्यक इनपुट देते हैं। इसके अलावा रिहैब पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। कई खिलाड़ी चोटिल थे इसलिए फिजियो इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि उन्होंने फिटनेस के स्तर को कहां तक हासिल किया है, जोकि एक एथलीट को हासिल करना चाहिए।
जब आप ज्यादा क्रिकेट खेल रहे होते हैं और भारतीय खिलाड़ियों की तरह यात्रा करते हैं तो आप भी चोटिल होते हैं। यह सिर्फ तेज गेंदबाजों तक ही सीमित नहीं है। यह बल्लेबाजों के लिए भी हो सकता है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर सपोर्ट स्टाफ काम कर रहे हैं। वे इस बात को सुनिश्चित कर रहे हैं कि जब खिलाड़ी दोबारा से मैदान पर लौटें तो ना केवल वे खुद को तरोताजा रखें बल्कि पूरी तरह से फिट भी रहें।
आपको बता दें कि फिटनेस के मसले पर टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा ने ये बात कही थी कि लॉकडाउन के बाद सभी खिलाड़ियों के लिए एनसीए में एक कैंप की जानी चाहिए जहां पर ये परखा जाना चाहिए कि खिलाड़ी कितने फिट हैं और मैच खेलने के लिए तैयार हैं या नहीं। उन्होंने ये भी कहा था कि खिलाड़ियों को किसी भी मैच से पहले एक से डेढ़ महीने तक प्रैक्टिस की जरूरत पड़ेगी ताकि वो खुद को इसके लिए तैयार कर सकें।