विराट कर सकते हैं ये कमाल, धौनी, द्रविड़ और वाडेकर को छोड़ सकते हैं पीछे
विराट कोहल की निगाहें वेस्टइंडीज दौरे में अजीत वाडेकर, राहुल द्रविड़ और महेंद्रसिंह धौनी के रिकॉर्ड को तोड़ने पर रहेगी।
नई दिल्ली। विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए वेस्टइंडीज पहुंच चुकी हैं। भारत का टेस्ट सीरीज के लिए यह वेस्टइंडीज का 11वां दौरा होगा। कप्तान विराट कोहली की निगाहें इस सीरीज में अजीत वाडेकर, महेंद्रसिंह धौनी और राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड को तोड़ने पर रहेगी।
भारतीय टीम वेस्टइंडीज में अभी तक मात्र 3 बार टेस्ट सीरीज जीतने में सफल हुई है और तीनों बार उसकी जीत का अंतर मात्र 1-0 रहा है। भारत कभी भी वेस्टइंडीज में एक सीरीज में 1 से ज्यादा टेस्ट मैच नहीं जीत पाया है। इन 10 सीरीज में सात बार घरेलू टीम वेस्टइंडीज सीरीज जीतने में कामयाब रही है। कोहली की युवा टीम इंडीज में 2 जीत दर्ज करने तथा 2 मैचों के अंतर से सीरीज जीतना चाहेेगी।
भारत ने 1970-71 में पहली बार वेस्टइंडीज में सीरीज जीतने में सफलता हासिल की थी जब अजीत वाडेकर ने पांच मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम की थी। भारत ने पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच 7 विकेट से जीता था। इसके बाद भारत को वेस्टइंडीज में दूसरी सीरीज जीत के लिए 2006 तक लंबा इंतजार करना पड़ा।
कप्तान राहुल द्रविड़ के करिश्माई प्रदर्शन की वजह से भारत ने किंग्सटन में खेला गया चौथा टेस्ट मैच 49 रनों से जीतकर तीन मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम की थी। इसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज में लगातार दूसरी सीरीज जीती जब महेंद्रसिंह धोनी के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने 2011 में तीन मैचों की सीरीज 1-0 से फतह की। भारत ने किंग्सटन में खेले गए पहले टेस्ट क 63 रनों से जीता था।
इस प्रकार अभी तक किसी भी कप्तान के नेतृत्व में टीम इंडिया वेस्टइंडीज में एक टेस्ट मैच ही जीत पाई है। विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने दो दशक बाद टेस्ट सीरीज जीतने में सफलता हासिल की थी। इसके चलते कोहली की निगाहें अब वेस्टइंडीज में चार टेस्ट मैचों की सीरीज में दो टेस्ट मैच जीतकर इतिहास रचने पर रहेगी। कैरेबियाई टीम इस समय भारत के मुकाबले कमजोर है और इसके चलते टीम इंडिया का काम आसान हो सकता है। विराट के लिए एक अच्छी बात यह भी रहेगी कि इस बार उनके साथ चीफ कोच के रूप में अनिल कुंबले मौजूद रहेंगे, जिनका वेस्टइंडीज में रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है और उनके अनुभव का लाभ टीम इंडिया को मिलेगा।