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टीम इंडिया का बल्लेबाजी कोच बनना चाहते हैं विक्रम राठौर, संजय बांगड़ को मिलेगी कड़ी टक्कर

अब पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता विक्रम राठौर की निगाहें सीनियर टीम के बल्लेबाजी कोच पद पर लगी हुई हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 03 Aug 2019 08:12 PM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 08:12 PM (IST)
टीम इंडिया का बल्लेबाजी कोच बनना चाहते हैं विक्रम राठौर, संजय बांगड़ को मिलेगी कड़ी टक्कर
टीम इंडिया का बल्लेबाजी कोच बनना चाहते हैं विक्रम राठौर, संजय बांगड़ को मिलेगी कड़ी टक्कर

नई दिल्ली। अंडर-19 टीम के बल्लेबाजी कोच पद के लिए ठुकराए जाने के बाद अब पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता विक्रम राठौर की निगाहें सीनियर टीम के बल्लेबाजी कोच पद पर लगी हुई हैं। राठौर की अंडर-19 टीम के बल्लेबाजी कोच और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में बल्लेबाजी सलाहकार पद के आवेदन इसीलिए ठुकरा दिए गए थे क्योंकि यह हितों के टकराव के अंतर्गत आ रहे थे। ऐसा इसीलिए क्योंकि वह जूनियर चयन समिति पैनल के सदस्य आशीष कपूर के रिश्तेदार हैं।

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बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राठौर को एक बोर्ड के एक वरिष्ठ सदस्य ने सलाह दी थी कि आशीष कपूर के जूनियर चयनकर्ता होने की वजह से उनकी नियुक्ति हितों के टकराव के अंतर्गत आएंगी। हालांकि उनकी सीनियर टीम के बल्लेबाजी कोच पद का आवेदन हितों के टकराव के अंतर्गत नहीं आएगा। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि राठौर, संजय बांगर की जगह ले सकते हैं। उनके साथ इस पद की दौड़ में प्रवीण आमरे भी बने हुए हैं।

बांगर को विश्व कप सेमीफाइनल मुकाबले में एमएस धौनी को नंबर सात पर भेजे जाने के लिए आलोचनाओं से गुजरना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने कहा था कि वह यह फैसला लेने वाले अकेले इंसान नहीं थे। वह अभी भी भारतीय टीम के साथ बने हुए हैं क्योंकि टीम के कोच और सहायक स्टाफ का कार्यकाल वेस्टइंडीज दौरे तक बढ़ा दिया गया था। क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) में शामिल पूर्व कप्तान कपिल देव, पूर्व बल्लेबाज और कोच अंशुमन गायकवाड़ और पूर्व महिला क्रिकेट टीम की कप्तान शांता रंगास्वामी नए सहायक स्टाफ के लिए साक्षात्कार लेंगे। पूर्व ऑस्ट्रेलिया ऑलराउंडर टॉम मूडी, शास्त्री को मुख्य कोच पद के लिए कड़ी टक्कर दे सकते हैं। पूर्व भारतीय बल्लेबाज और फील्डिंग कोच रॉबिन सिंह, साथ ही पूर्व भारतीय टीम मैनेजर और मौजूदा जिंबाब्वे कोच लालचंद राजपूत भी इस दौड़ में बने हुए हैं। दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स ने फील्डिंग कोच के लिए दावेदारी ठोंकी है।

पीसीबी के समक्ष पेश हुए इंजमाम, सरफराज और आर्थर

लाहौर : पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान सरफराज अहमद, मुख्य चयनकर्ता इंजमाम उल हक और कोच मिकी आर्थर टीम के पिछले चार साल के प्रदर्शन का लेखा जोखा लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की क्रिकेट समिति के समक्ष पेश हुए। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इंजमाम, सरफराज और आर्थर शुक्रवार को समिति की बैठक के समक्ष पेश हुए, जहां विश्व कप में टीम के प्रदर्शन पर संतुष्टि जताई।

पीसीबी के प्रबंध निदेशक वसीम खान की अध्यक्षता में गद्दाफी स्टेडियम में हुई यह बैठक करीब चार घंटे तक चली। यह पहला मौका है जब इंजमाम, सरफराज और आर्थर को समिति के समक्ष पेश होना पड़ा है। बैठक में तीनों से कई सवाल भी पूछे गए। इसके अलावा विश्व कप-2019 में टीम के प्रदर्शन को लेकर भी कई सवाल पूछे गए। समिति के सदस्यों ने नए कप्तान को लेकर भी अपने विचार व्यक्त कर दिए हैं। सूत्रों का कहना है कि सरफराज को अब तीनों प्रारूपों की कप्तानी से हटाया जा सकता है। बैठक में कोच आर्थर ने पाकिस्तान का कोच बने रहने की इच्छा जताई, लेकिन समिति के कुछ सदस्यों ने उन्हें टी-20 विश्व कप तक कोच बनाए रखने की इच्छा जताई है। पीसीबी की क्रिकेट समिति में मिसबाह उल हक, वसीम अकरम, जाकिर खान और मुद्दसर नजर शामिल थे। घरेलू क्रिकेट के निदेशक हारुन रशीद इसमें भाग नहीं ले सके। समिति अब इंजमाम, सरफराज और आर्थर के जवाबों के आधार पर पीसीबी के चेयरमैन अहसान मनी को अपनी सिफारिशें भेजेंगी। इन सिफारिशों के आधार पर ही चेयरमैन अब आगे कोई निर्णय लेंगे।

श्रीलंका का सुरक्षा दस्ता पाकिस्तान जाएगा

कराची : आइसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के तहत अक्टूबर में श्रीलंका के पाकिस्तान दौरे की सुरक्षा जांच के लिए श्रीलंका क्रिकेट (एससीएल) का दो सदस्यीय दल बुधवार को कराची पहुंचेगा।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अहसान मनी ने कहा कि श्रीलंकाई दल कराची, लाहौर और इस्लामाबाद स्थित मैदानों और टीम के ठहरने के होटल का दौरा करेगा। इसके साथ ही यह दल बोर्ड, पुलिस एवं सुरक्षा अधिकारियों से मुलाकात करेगा। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई बोर्ड ने बताया है कि वे सुरक्षा दल की रिपोर्ट के आधार पर दो टेस्ट की सीरीज के लिए टीम को पाकिस्तान भेजने पर फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई सुरक्षा दल छह अगस्त को कराची पहुंचेगा और फिर लाहौर और इस्लामाबाद जाएगा। श्रीलंकाई टीम पर मार्च 2009 में हुए आतंकवादी हमले के बाद शीर्ष टीमों ने पाकिस्तान का दौरा करना छोड़ दिया है। टेस्ट मैच के बीच में होटल से गद्दाफी स्टेडियम जाते समय श्रीलंकाई टीम की बस पर आतंकवादी हमला हुआ था। इस घटना के बाद पाकिस्तान में एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला गया है। जिंबाब्वे, केन्या, आइसीसी विश्व एकादश, श्रीलंका और वेस्टइंडीज की टीम लाहौर और कराची में छोटे दौरे पर खेलने पहुंची हैं। मनी ने उम्मीद जतायी कि श्रीलंकाई बोर्ड पाकिस्तान में आइसीसी टेस्ट चैंपियनशिप मैचों को खेलने का पीसीबी के अनुरोध को स्वीकार करेगा।

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