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डीडीसीए की एक बैठक के लिए दो नोटिस, सचिव विनोद तिहारा के बाद संयुक्त सचिव मनचंदा ने भी भेजा नोटिस

डीडीसीए की सर्वोच्च समिति की 29 अक्टूबर को बैठक होनी है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 28 Oct 2018 09:39 PM (IST)Updated: Sun, 28 Oct 2018 09:39 PM (IST)
डीडीसीए की एक बैठक के लिए दो नोटिस, सचिव विनोद तिहारा के बाद संयुक्त सचिव मनचंदा ने भी भेजा नोटिस
डीडीसीए की एक बैठक के लिए दो नोटिस, सचिव विनोद तिहारा के बाद संयुक्त सचिव मनचंदा ने भी भेजा नोटिस

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की सर्वोच्च समिति की 29 अक्टूबर को बैठक होनी है लेकिन इसको लेकर सचिव विनोद तिहारा के साथ संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने अलग-अलग नोटिस जारी किए। हालांकि बाद में मनचंदा ने नोटिस वापस ले लिया।

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डीडीसीए के अध्यक्ष रजत शर्मा ने सचिव विनोद तिहारा को इस आपात बैठक बुलाने के लिए मेल किया था। इसके बाद तिहारा ने बोर्ड के सभी सदस्यों को सोमवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में शाम तीन बजे बैठक में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा। उसके दो मिनट बाद ही संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने भी 29 अक्टूबर को ही इंडिया हैबिटेट सेंटर में तीन बजे बैठक होने का नोटिस जारी किया। इससे गुस्साए तिहारा ने ईमेल जारी करके लिखा कि अध्यक्ष की सहमति के बाद मैंने नोटिस जारी किया लेकिन उनकी लिखित सहमति को संयुक्त सचिव द्वारा अपमानजनक रूप से नजरअंदाज किया गया और उन्होंने सर्वोच्च परिषद की बैठक के लिए एक अलग नोटिस जारी कर दिया।

यह स्पष्ट है कि बोर्ड पर संस्थागत अविश्वसनीयता के गहरे संकट मंडरा रहे हैं जो डीडीसीए के लिए अप्रत्याशित हैं। सदस्य इस मसले पर अपनी आवाज उठाएं। तिहारा ने आगे लिखा कि डीडीसीए से 4300 सदस्य जुड़े हुए हैं क्योंकि वे इसके सच्चे हित धारक हैं। एक या दो गड़बड़ी करने वाले व्यक्तियों को डीडीसीए की छवि खराब करने का कोई अधिकार नहीं दिया जा सकता है। हमें इसे न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति के सुधारों के अनुसार डीडीसीए के कामकाज में पारदर्शिता लाने को बढ़ावा देने के रूप में लेना चाहिए। मैं आप सभी को सुप्रीम कोर्ट और बीसीसीआइ के नए संविधान को लागू करने का सम्मान करने के लिए अनुरोध करता हूं।

यह दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले का उल्लंघन है। 27 अक्टूबर को 29 अक्टूबर को होने वाली आपात बैठक वैध है और उसका पालन किया जाएगा। संयुक्त सचिव द्वारा जारी किया गया नोटिस को तत्काल वापस लिया जाता है। इसके बाद संयुक्त सचिव ने अपना नोटिस वापस ले लिया। राजन मनचंदा ने दैनिक जागरण से कहा कि मैंने जब नोटिस जारी किया तो उसके दो मिनट बाद ही मुझे पता चला कि सचिव ने भी नोटिस जारी कर दिया है और उसके तुरंत बाद मैंने अपना नोटिस वापस ले लिया। इसमें विवाद जैसा मामला नहीं है। चूंकि सोमवार को तीन बजे के करीब चयनकर्ताओं की बैठक चल रही होगी और वहां पर एक ही कांफ्रेंस रूम है इसलिए यह बैठक सचिव के नोटिस के तारीख और समय पर हैबिटेट सेंटर में होगी।


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