360 डिग्री गेंदबाजी : वैध, अवैध या डेड, इस अनोखे गेंद को लेकर क्रिकेट जगत में गहमागहमी
शिवा के अनोखे अंदाज में डाली गई एक गेंद को लेकर क्रिकेट जगत में खूब चर्चा हो रही है।
विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स के '360 डिग्री शॉट्स' के बाद अब उत्तर प्रदेश के युवा स्पिनर शिवा सिंह की '360 डिग्री गेंदबाजी' सुर्खियों में है। शिवा के अनोखे अंदाज में डाली गई एक गेंद को लेकर क्रिकेट जगत में खूब चर्चा हो रही है। कुछ इसे वैध गेंदबाजी एक्शन व डिलीवरी करार दे रहे हैं तो कुछ अवैध। वहीं एक वर्ग ऐसा भी है, जो अलग तरीके से इसकी व्याख्या कर रहा है। इंग्लिश क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने समर्थन में ट्वीट किया था 'मुझे यह काफी पसंद आया। हम हमेशा कहते हैं कि गेंदबाजों को कुछ अनोखा करना चाहिए। इसे लेकर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।' वहीं पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने शिव को 'मौजी आदमी' बताया था।
बंगाल के क्रिकेट में भी इसे लेकर गहमागहमी है। बीसीसीआइ से मान्यता प्राप्त अनुभवी अंपायर प्रेमदीप चटर्जी ने कहा 'क्रिकेट के नियमों की किताब में मुख्य रूप से 42 नियम हैं। प्रत्येक नियम से ढेर सारे अनुच्छेद जुड़े हुए हैं। गेंदबाजी के दौरान अगर मैदान में ऐसी कोई घटना होती है, जो इन 42 नियमों के दायरे में नहीं आती तो उसे अंपायर 'डेड बॉल' करार दे सकता है, यानी इसे न तो वैध गेंद कहा जाएगा और न ही अवैध।'
बंगाल क्रिकेट संघ के सबसे अनुभवी एवं सूबे से आइपीएल पैनल में शामिल इस एकमात्र अंपायर ने आगे कहा 'इस तरह के गेंदबाजी एक्शन को लेकर निश्चित रूप से चर्चा होगी और ऐसा भी हो सकता है कि आगे इसे वैध करार देते हुए नियम में शामिल कर लिया जाए। जहां तक बल्लेबाज द्वारा लगाए जाने वाले 360 डिग्री शॉट्स के वैध अथवा अवैध होने की बात है तो गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने के बाद ही बल्लेबाज कोई मूव कर सकता है। अगर बल्लेबाज पहले कोई मूव करता है और गेंदबाज उसे ऐसा करते देखकर रुक सकता है। ऐसी स्थिति में अंपायर उसे डेड बॉल करार देते हुए बल्लेबाज को चेतावनी दे सकता है, लेकिन अगर गेंदबाज बल्लेबाज को गेंद छूटने से पहले मूव करते देखने के बावजूद गेंद डालता है तो इसे वैध गेंद माना जाएगा।'
उधर बंगाल क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान संबरन बनर्जी ने शिव के उक्त बॉलिंग एक्शन को पूरी तरह गैरकानूनी बताया है। उन्होंने कहा 'क्रिकेट के लॉ बुक में इसका स्पष्ट रूप से उल्लेख है। शिवा ने अगर पहले भी ऐसी गेंदबाजी की थी, जिसे वैध करार दिया गया था तो वह फील्ड अंपायर की गलती थी।' बंगाल के एक अनुभवी क्रिकेट कोच ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर कहा कि इस तरह की गेंद को वैध कहा जाए या अवैध, वे इस बारे में तो कुछ नहीं बोलना चाहेंगे लेकिन व्यक्तिगत तौर पर यह जरूर कहेंगे कि इस अंदाज में गेंद नहीं डालना ही उचित है क्योंकि यह बल्लेबाज को भ्रमित कर सकती है। शिवा अच्छे खिलाड़ी हैं और भारत की अंडर-19 विश्वकप विजयी टीम का हिस्सा रहे हैं। यह कोई मोहल्ला क्रिकेट नहीं है इसलिए उन्हें इस तरह की गेंदबाजी से परहेज करना चाहिए। हालांकि शिवा के इस एक्शन को आइसीसी के अनुभवी अंपायर साइमन टफल ने अवैध करार दिया। उनका मानना है कि इस तरह के एक्शन से बल्लेबाज का ध्यान भटकता है।
क्या है मामला : उत्तर प्रदेश के 19 वर्ष के फिरकी गेंदबाज शिवा ने गुरुवार को कोलकाता के पास कल्याणी में हुए सीके नायडू ट्रॉफी (अंडर-23) में बंगाल के खिलाफ मैच में अपने शरीर को 360 डिग्री घुमाते हुए गेंद डालकर सबको हैरत में डाल दिया था। नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े अंपायर विनोद शेषन ने इसे 'डेड बॉल' करार दिया था। इसे लेकर मैदान पर काफी वाद-विवाद हुआ था। बाद में शिवा ने कहा था कि उसने पिछले महीने विजय हजारे ट्रॉफी में केरल के खिलाफ मैच में भी इस अंदाज में गेंद डाली थी, जिसपर अंपायर ने आपत्ति नहीं जताई थी।
कौन है शिव सिंह : शिवा सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के युवा क्रिकेटर है। वह इस वर्ष पृथ्वी शॉ की कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे है। विश्व कप के पांच मैचों में उसने चार विकेट चटकाए। इसके बाद उसने विजय हजारे ट्रॉफी के जरिए लिस्ट ए क्रिकेट में पदार्पण किया और पांच मैचों में तीन विकेट लिए। शिव अब तक भारत की अंडर-19, उत्तर प्रदेश की अंडर-16 व अंडर-19 टीमों में भी खेल चुके हैं।